12th के बाद Teacher Kaise Bane – सरकारी टीचर बनने के लिए क्या करे

Teacher Kaise Bane : यदि आप सरकारी टीचर बनने का सपना देख रहे है या बनना चाहते  है तो आप सही पोस्ट पर आय है क्योकि इस पोस्ट में टीचर से रिलेटिव वह सभी इम्पोर्टेन्ट बात बताई जाएगी जो हर कैंडिडेट के लिए जानना बहुत जरुरी होता है।

देखा जाय तो हमारे भारत देश में सरकारी टीचर का बहुत सम्मान रहता है  जिसमे आराम दायक जॉब और अच्छी खासी सैलेरी पैकेज के साथ बहुत सी सुविधाय प्राप्त होती है।  मतलब भारत में सरकारी टीचर  जॉब सबसे अधिक मांग वाले व्यवसायों में से एक मानी जाती है।नौकरी की सुरक्षा, सम्मान,दर्जा और काम के कुछ घंटे,मस्त पैसे  ऐसे फैक्ट जो कैंडिडेट को सरकारी टीचर बनने की और आकर्षित करते है।

यदि आप अभी 12th  पास कर रहे है या ग्रेजुएशन तो आप आगे अपना करियर सरकारी टीचर में जरूर बना सकते है। लेकिन टीचर बनना थोड़ा मुश्किल हो गया है आज के समय में देखा जाय तो इसमें  बहुत  ज़्यादा competition  बढ़ गया है इसलिए आपको टीचर बनने में dedication के साथ इसमें मेहनत करनी पड़ेगी।

इसमें बहुत से टेस्ट होते है जो डायरेक्ट गवर्मेंट कराती है जिसमे आप पास होने के बाद ही आपको सरकारी टीचर का पद मिलता है। टीचर बनना एक बहुत महत्वपूर्ण ज़िमेदारी होती है जिसमे बच्चों को शिक्षा देना होता है हम इस लेख में सरकारी ,प्राइवेट, उम्र, एजुकेशन, कोर्स, एग्जाम और सैलरी आदि  के बारे में बात करेंगे ।

सरकारी टीचर वह शिक्षक होता है जो सरकारी स्कूल या कॉलेज में नियुक्त होता है। ये टीचर सरकारी शिक्षा विभाग या सरकारी शैक्षिक संस्थानों के अंतर्गत काम करते हैं और उन्हें सरकारी नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करना पड़ता है। इन टीचर्स का मुख्य कार्य छात्रों को विभिन्न विषयों में शिक्षा प्रदान करना, उनकी सामाजिक और आधारिक विकास को समर्थन करना और उन्हें समय-समय पर परीक्षा आदि के लिए तैयार करना होता है।

टैलेंटेड एजुकेटेड अडॉरेबल चार्मिंग हेल्पफुल एनकोर्जिंग रिस्पॉन्सिबल (Talented Educated Adorable Charming Helpful Encouraging Responsible) जिसका हिंदी मतलब होता है – प्रतिभाशाली शिक्षित मनमोहक आकर्षक सहायक प्रोत्साहित करने वाला जिम्मेदार। मतलब एक टीचर जो स्कूल  या कॉलेज या फिर ऑनलाइन के माध्यम से छात्रों को ज्ञान, योग्यता या गुण प्राप्त करने में मदद करता है। 

हम यहां जो टीचर बनने की बात कर रहे हैं, असल में टीचर भी अलग-अलग प्रकार के होते हैं। जैसे कि प्री प्राइमरी टीचर, secondary या फिर TGT teacher, PGT teacher, college के professor या lecturer आदि। इन सबकी नियुक्ति केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा होती है  इनकी नियुक्ति अलग-अलग कक्षाओ और विषयओ  के अनुसार होती है।

 teacher banne ke liye kya kare

Teacher Kaise Bane

अगर आपको टीचिंग लाइन में जाना है तो सबसे पहले आपका फैसला लेना है कि आप किस लेवल के टीचर बनाना चाहते हैं।टीचिंग के 4 लेवल रहते हैं
टीचर बनने के लिए एक प्रकार के कोर्स होते है जब आप यह कोर्स को कर लेते है उसके बाद  ही आप राज्य सरकार द्वारा निकाली गयी वैकेंसी CTET और TET  एग्जाम देने के योग्य माने जाते है इन एग्जाम को पास करने के बाद ही आप सरकारी टीचर बनते है। 

अगर आप टीचर बनना चाहते है तो सबसे पहले आपको यह मालूम होना चाहिए की टीचर्स  कितने प्रकार के होते है। जो  हमें  स्कूल और कोलेज में पढ़ाते है।  जिनसे हम पढ़ते है। यह क्लास वाइड रहते है। जैसे पहली से पांचवी , नौवीं से दसवीं और ग्यारवी से बारवी बाकि कॉलेज में भी आपने देखा होगा हर सब्जेक्ट के अलग -अलग टीचर होते है।

सरकारी टीचर चार प्रकार के होते है

  1. नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (NTT)
  2. प्राइमरी टीचर (PRT)
  3. प्रशिक्षित ग्रेजुएट टीचर (TGT)
  4. पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT)
फूल फॉर्मफूल फॉर्म पद का नामकक्षा का स्तर
Primary teacherप्राइमरी टीचर1st – 5th
Trained Graduate Teacherप्रशिक्षित ग्रेजुएट टीचर6th – 8th
 Post Graduate Teacherपोस्ट ग्रेजुएट टीचर9th – 12th

 

आईये अब हम इन तीनो स्तर पर बात करते है और जानते है आप यह एग्जाम कब और कैसे दे सकते है इसके लिए आपको कौन -कौन से कोर्सेस करने पड़ेंगे और कैसे।

1. नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (NTT)

नर्सरी टीचर ट्रेनिंग (NTT) एक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो नर्सरी और प्री-प्राइमरी स्तर के शिक्षकों को प्रशिक्षित करता है। यह प्रशिक्षण कोर्स उन विभिन्न कौशलों को सीखाता है जो छोटे बच्चों की शिक्षा और विकास में महत्वपूर्ण हैं, जैसे कि बाल विकास, विविधता, संगठन, और कक्षा प्रबंधन। इस प्रशिक्षण कोर्स के माध्यम से शिक्षक बच्चों के साथ संवाद को स्थापित करने, उन्हें शैक्षिक खेल-गतिविधियों के माध्यम से सीखने में मदद करने और उनकी समझ को विकसित करने की कौशलता को समझते हैं। यह प्रशिक्षण नर्सरी और प्री-प्राइमरी स्तर के शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण होता है ताकि वे छोटे बच्चों को ठीक से समझ सकें और उनके विकास में सहायक हो सकें।

NTT के लिए पात्रता 

  1. नर्सरी टीचर बनने के लिए अधिकांश स्थानों पर आपको किसी पूर्व शिक्षा का अनुभव होना चाहिए।
  2. आमतौर पर, आपको नर्सरी टीचर बनने के लिए संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री की आवश्यकता होती है। यह संबंधित शिक्षा विभाग या संस्था द्वारा निर्धारित की जा सकती है।
  3. कई देशों में, नर्सरी टीचर बनने के लिए आपको सरकारी authority या लाइसेंस प्राप्त करना होता है।
  4.  कई स्थानों पर, नर्सरी टीचर बनने के लिए विशेष प्रशिक्षण को मान्यता दी जाती है। यह प्रशिक्षण नर्सरी टीचिंग तकनीकों, बाल मनोविज्ञान, और शिक्षा संबंधी कौशलों को समाहित करता है।
  5. कई संस्थाएं आपसे संदर्भ पत्र की मांग करती हैं, जो आपके पिछले शिक्षा या कार्य के अनुभव की पुष्टि करते हैं।

2. प्राइमरी टीचर (PRT)

प्राइमरी टीचर वह टीचर होता है जो प्राथमिक स्तर के शिक्षा संस्थानों (educational institutions) में काम करते है। ये टीचर प्राथमिक वर्गों (आमतौर पर कक्षा 1 से 5 तक) के छात्रों को विभिन्न विषयों और कौशलों (skills) की शिक्षा प्रदान करते हैं। प्राइमरी टीचरों का कार्य छात्रों की मौलिक शिक्षा, सामाजिक और आधारिक विकास को समर्थन करना, उनके रूचिकर क्षेत्रों को पहचानना और प्रोत्साहित करना, और उन्हें पढ़ाने के लिए सहायक उपकरणों का उपयोग करना होता है।  PRT का फुल फॉर्म प्राइमरी टीचर होता है।

राज्य या केंद्र सरकार स्कूलों में प्राथमिक कक्षा के शिक्षकों के पद के लिए योग्य उम्मीदवारों को चुनने के लिए भारत के अधिकांश राज्यों में हर साल एक PRT  परीक्षा CTET या TET आयोजित की जाती है।

PRT के लिए पात्रता 

  • PRT टीचर की अधिकतम आयु 30 वर्ष होती है।
  • 12वी के बाद यदि आपके पास D.EI.Ed (दो साल का full time डिप्लोमा कोर्स) या  B.EI.Ed (चार साल का कोर्स) है वो भी  50% अंकों के साथ मास्टर डिग्री है तब आप ctet  एग्जाम देने के योग्य है।
  • इसके आलावा यदि आपने 12th के बाद बी.एड की डिग्री पूरी की है 50% के साथ तब भी आप योग्य है।
  • कई निजी और सरकारी कॉलेज/विश्वविद्यालय प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान कर रहे हैं जैसे राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस), इंद्रा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) आदि आप  कर सकते है।

3. प्रशिक्षित ग्रेजुएट टीचर (TGT)

TGT का पूरा नाम प्रशिक्षित स्नातक टीचर होता है। TGT टीचर 6वीं से 8वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं, लेकिन वे 10वीं कक्षा के छात्रों को भी पढ़ाने के लिए पात्र होते हैं।

TGT टीचर की educational योग्यता  PRT शिक्षकों की तुलना में अलग होती है, सामान्य बात यह है कि उनकी शैक्षणिक योग्यता PRT शिक्षकों की तुलना में अधिक होती है। TGT शिक्षकों के पास 2 साल की व्यावसायिक योग्यता के साथ-साथ बी.एड डिग्री होना आवश्यक है। उम्मीदवार अपनी रुचि के अनुसार कोई भी विशेषज्ञता चुन सकता है जैसे वाणिज्य कला विज्ञान आदि।

TGT के लिए पात्रता 

  • टीजीटी शिक्षक की अधिकतम आयु 35 वर्ष है।
  • उम्मीदवार को न्यूनतम 55% अंकों के साथ स्नातक पूरा करना होगा उसके बाद प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक बनने के लिए,  बी.एड कोर्स उत्तीर्ण करना होगा जो कि दो साल का व्यावसायिक पाठ्यक्रम है और TET एग्जाम योग्य है।
  • बीएड 2 साल का पूर्णकालिक पाठ्यक्रम है जो उम्मीदवारों को शिक्षा और Training के साथ-साथ Training भी प्रदान करता है।
  • TGT विषयों की गहरी समझ प्रदान करने और छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए तैयार करने के लिए जिम्मेदार हैं। वे गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन, भाषाएँ और अन्य विशिष्ट विषय जैसे विषय पढ़ाते हैं।

4. पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (PGT)

पीजीटी का पूरा नाम पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स होता है। पीजीटी सीनियर माध्यमिक छात्रों, यानी 10वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों को पढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते है।ऐसे पदनाम धारकों को पीआरटी और टीजीटी के लिए अलग-अलग योग्यता प्राप्त  करता है।

टीजीटी और पीजीटी के बीच अंतर यह है कि एक टीजीटी ग्रेजुएट होने के बाद अपना बी.एड करता है जबकि पीजीटी बनने के लिए, उम्मीदवार के पास बी.एड पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने से पहले या बाद में master’s degree  होनी चाहिए। इस प्रकार, समान बी.एड डिग्री के साथ, Graduate उम्मीदवार को टीजीटी कहा जाता है और master’s degree उम्मीदवार को पीजीटी कहा जाता है।

PGT के लिए पात्रता 

  • ऐसे शिक्षकों के पास किसी भी शैक्षणिक संस्थान  (educational institution )में पद के लिए qualification प्राप्त करने के लिए स्नातकोत्तर डिग्री (master’s degree) और आगे बी.एड डिग्री होना आवश्यक है। न्यूनतम 55% अंक प्राप्त होने चाहिए।

पीजीटी बनने के लिए, अभ्यर्थी के पास बी.एड पाठ्यक्रम में प्रवेश से पहले किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से निम्नलिखित में से कोई एक योग्यता होनी चाहिए:

  • किसी भी स्ट्रीम में एम.टेक
  • किसी भी स्ट्रीम में इंजीनियरिंग डिग्री + पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा
  • विज्ञान के मास्टर
  • कला के मास्टर
  • मास्टर ऑफ कॉमर्स
  • मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन
  • कोई अन्य मास्टर डिग्री आदि। तभी आप CTET या TET एग्जाम के लिए योग्य माने जाते है।

एक बार जब कोई उम्मीदवार PRT,TGT और PGT बनने के लिए आवश्यक शर्तें पूरी कर लेता है, तो वह प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के शिक्षक के रूप में नियुक्त होने के लिए पात्र होने के लिए सालाना आयोजित होने वाली कई शिक्षण पात्रता परीक्षाओं के लिए आवेदन कर सकता है।

  • केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई): CTET
  • केन्द्रीय विद्यालय संगठन (KVS)
  • नवोदय विद्यालय समिति (NVS )
  • दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB )

टीचर बनने के लिए कौन सी डिग्री चाहिए?

सरकारी शिक्षक बनने के लिए कई कोर्स हैं। उनमें से कुछ इस प्रकार हैं। शिक्षा क्षेत्र में टीचर बनने के लिए विभिन्न पाठ्यक्रम और डिग्रियाँ हो सकती हैं, इनमें से कुछ प्रमुख विकल्प निम्नलिखित हैं:

  1. बीएड (बैचलर ऑफ़ एजुकेशन): यह एक प्रमुख ग्रेजुएशन स्तर की डिग्री है जो टीचिंग के क्षेत्र में प्रवेश के लिए आवश्यक होती है। बीएड पाठ्यक्रम विभिन्न विषयों में उपलब्ध होता है, जैसे कि सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, गणित, भाषा आदि।
  2. डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन): यह एक डिप्लोमा कोर्स है जो टीचिंग के क्षेत्र में प्रवेश के लिए उपलब्ध होता है। यह कोर्स बीएड के तुलनात्मक छोटा होता है और कई राज्यों में इसे प्राथमिक शिक्षक के रूप में स्वीकृति दी जाती है।
  3. एमएड (मास्टर ऑफ़ एजुकेशन): यह एक पोस्ट-ग्रेजुएशन स्तर की डिग्री है जो शिक्षा क्षेत्र में एक पेशेवर करियर की स्थापना करने के लिए उपलब्ध होती है। यह डिग्री विभिन्न शिक्षा विषयों में विशेषज्ञता प्रदान करती है।

यदि आप टीचर बनने की सोच रहे हैं, तो आपको अपने पसंदीदा क्षेत्र और अनुसंधान करने के बाद एक उपयुक्त पाठ्यक्रम चुनना चाहिए। इसके अलावा, आपको अपने राज्य या देश के शिक्षा विभाग की नीतियों और शैक्षिक आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखना चाहिए।

D.El.Ed डिप्लोमा कोर्स 

Diploma in Elementary Education कोर्स यह उन उम्मीदवारों के लिए 2 साल का डिप्लोमा प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है जो प्री-प्राइमरी कक्षाओं के छात्रों को पढ़ाना चाहते हैं। इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 60% कुल अंकों के साथ 10th +12th  पास किया हो। इसके बाद उम्मीदवार इस डिप्लोमा कोर्स को कर सकते हैं।

 B.Ed कोर्स 

बैचलर ऑफ एजुकेशन (बी.एड का फुल फॉर्म बैचलर ऑफ एजुकेशन है) यह एक अंडरग्रेजुएट डिग्री कोर्स होता है जो छात्रों को स्कूलों में सरकारी टीचर के रूप में काम करने के योग्य बनाता है। बी.एड पाठ्यक्रम की अवधि 2 वर्ष होती है जिसमें कुल 4 सेमेस्टर होते है। यह डिग्री कोर्स कम से कम 50% अंकों के साथ 110th +12th  पूरा करने के बाद या कोई ग्रेजुएशन डिग्री करने के बाद किया जा सकता है।

माध्यमिक (कक्षा 6 से 10) और उच्चतर माध्यमिक (कक्षा 11 और 12) प्रभागों में टीचर के लिए यह कोर्स डीग्री  की आवश्यकता होती है ।बी.एड कोर्स छात्रों के मनोवैज्ञानिक स्वभाव (psychological nature) को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है और टीचर के विभिन्न शैक्षिक तरीकों पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।

बीएड कोर्स करने के लिए कुछ कॉलेज/यूनिवर्सिटी अपने हिसाब से बीएड इंट्रेस एग्जाम  कराती है आप को यह इंट्रेस एग्जाम क्लियर करना होता है। इसके अलावा अलग अलग राज्य, राज्यस्तर पर परीक्षाये लेते है जिन्हे आप देकर अच्छे कॉलेज में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन यह एडमिशन आपके मेरिट या परसेंटीज़ के हिसाब से मिलता है। 

B.El.Ed डिप्लोमा कोर्स 

बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजुकेशन 4 साल की अवधि वाला एक स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम है। यह पाठ्यक्रम उम्मीदवारों को 6-12 वर्ष के बच्चों  को पढ़ाने के लिए  प्रशिक्षित करता है। इस डिग्री को प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को किसी भी  मान्यता सरकारी कॉलेज/विश्वविद्यालय प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा पाठ्यक्रम प्रदान कर सकते है जैसे राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस), इंद्रा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) आदि।

बैचलर ऑफ एलीमेंट्री एजुकेशन 4 साल की अवधि वाला एक स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम है। यह पाठ्यक्रम उम्मीदवारों को 6-12 वर्ष के बच्चों  को पढ़ाने के लिए  प्रशिक्षित करता है।

अन्य कोर्स लिस्ट  

  • Elementary Teacher Education Program
  • Pre-School Teacher Education Program
  • Bachelor of Physical Education (B.P.Ed.) Program
  • Diploma in Education (D.Ed.)
  • Physical Education Program (C.P.Ed.)
  • Master of Education Program (M.Ed.) (Part-Time)
  • Bachelor of Education (B.Ed) (Open and Distance Learning System)
  • Nursery Teacher Education Program
  • Master of Education Program (M.Ed.)
  • Master of Education Program (M.Ed.) (Open and Distance Education Learning System)

सरकारी टीचर इंट्रेंस एग्जाम टेस्ट की जानकारी 

यह सरकारी टीचर  PT , TGT ,PGT  बनने के लिए आपको कुछ सरकारी टेस्ट देने होते है जिसको हम टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) कहते है यह दो तरह के होते है पहला  CTET (सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) दूसरा TET (स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट)।अगर आप सरकारी टीचर बनना चाहते है तो यह आपके एलिजिबिलिटी पर निर्भर करता है।

TET टेस्ट की जानकारी 

TET का अर्थ Teacher Eligibilty Test होता है हिंदी में इसे शिक्षक पात्रता परीक्षा कहते है। यदि आप सरकारी टीचर बनना चाहते है तब आपको टेट एग्जाम देना होता है अन्य कोर्स करने के बाद इस परीक्षा को पास करके किसी भी राज्य स्कूल में  टीचर के योग्य हो जाते है। इसमें दो तरह के एग्जाम होते है।

पहला पेपर – कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक के टेस्ट  और दूसरा पेपर – कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक के टेस्ट।
दोनों पेपर को पास करके आप प्राथमिक और जूनियर में सरकारी टीचर बन सकते है। यह परीक्षा राज्य सरकार द्वारा आयोजित  की जाती  है और टीचर बनने के बाद आप अपने राज्य में ही टीचर बनेंगे

TET योग्यता की जानकारी

  • 12 वी पास के बाद यदि आपका बीएड कम्पलीट है और उसके साथ 45 – 55 प्रतिशत मार्क्स है तब आप यह एग्जाम दे सकते है।
  • ग्रेजुएशन के बाद यदि आपने बीएड किया है तब भी आप यह एग्जाम देने के योग्य होते है।
  • अगर आप कोर्स के लास्ट ईयर में है तब भी आप कोर्स कर सकते है।
  • और यदि आपने बीएड कोर्स नहीं किया है इसके जगह आपने कोई डिप्लोमा कोर्स किया है जैसे की डीएड , डीएलएड तब भी आप एलिजिबल रहते है।

CTET टेस्ट की जानकारी 

CTET का मतलब (central teacher eligibility test) होता है। यह भी एक  केंद्र सरकार द्वारा आयोजित एक केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा है। इस परीक्षा को वही लोग दे सकते है जो बीएड या डीएलएड कोर्स कर चुके हों।इसमें भी दो तरह की परीक्षा होती है। पेपर फर्स्ट और पेपर सेकंड दोनों परीक्षाओं को पास करके आप  प्राथमिक और जूनियर सरकारी टीचर बन सकते है।  ctet को पास करके आप केंद्रीय विद्यालय में  टीचर बनने के योग्य हो जायेंगे। भारत के किसी भी राज्य में आप टीचर बन सकते है। यह एक वर्ष में दो बार आयोजित किया जाता है।  Ctet Books इन हिंदी 

CTET योग्यता की जानकारी 

  • पेपर फर्स्ट (1th  – 5th) के लिए 12 वी पास में मिनिमम 50% मार्क्स और इसके साथ दो साल डिप्लोमा ,D.EL.ED/B.EL.ED/B.ED  होना चाहिए। इन कॉर्स में से कोई एक डिप्लोमा होना ही चाहिए।
  • पेपर सेकंड (6th – 8th) के लिए ग्रेजुएशन के साथ 50 % मार्क्स D.EL.ED/B.EL.ED/B.ED  होना चाहिए।

Teacher Kaise Bane 

जैसा की मेने आपको बताया ही  है सरकारी टीचर बनने के लिए आपके पास न्यूनतम 55% आंको के साथ बी. एड.डिग्री बैचलर ऑफ़ एजुकेशन या फिर कोई अन्य डिप्लोमा होना चाहिए

  •  टीचर बनने के लिए सबसे पहले मुद्दा है आपकी 12th पास होना।  चाहे आप किसी भी स्ट्रीम से करे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है की आपने बायो किया है या आर्ट या फिर मैथ। बस आपका 12th पास होना चाहिए मैक्सिमम 50% अंक से ऊपर।
  • 12th के बाद आप को अब ग्रेजुएशन पूरा करना है। 3 साल का आपका ग्रेजुएशन होता है इसे आप पूरा कीजिये अपने मन पसंद सब्जेक्ट के साथ मैक्सिमम 50% अंक से ऊपर।
  • शिक्षक बनने के लिए स्नातक की डिग्री या उसके समकक्ष पाठ्यक्रम की आवश्यकता होती है। यह स्नातक किसी भी शिक्षा संबंधित क्षेत्र में हो सकती है, जैसे कि शिक्षाशास्त्र, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित, भूगोल, भाषा, आदि।
  • शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त करना एक महत्वपूर्ण चरण है। इसमें शिक्षा के क्षेत्र में आपकी तैयारी होती है, जिसमें पाठ्यक्रम, विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के साथ काम करने के तकनीक, और शिक्षण विधियों का अध्ययन शामिल होता है।
  • कई बार, उच्च स्तरीय शिक्षा के लिए अधिक शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता होती है। यह आपके क्षेत्र और नौकरी के प्रकार पर निर्भर करता है, जैसे कि TGT (Trained Graduate Teacher) और PGT (Post Graduate Teacher) पदों के लिए।
  • कई देशों में, शिक्षक बनने के लिए राज्य स्तरीय परीक्षा देनी होती है। इस परीक्षा को पास करने के बाद, आपको शिक्षक के पद के लिए चयन किया जाता है।
  • अंतिम चरण में, आप शिक्षक के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें आपके योग्यता, प्रशिक्षण, और अन्य परीक्षाओं के परिणामों का प्रयोग होता है।

 सरकारी टीचर के लिए रोजगार के अवसर

  • सरकारी स्कूल में  पड़ा सकते है।
  • प्राइवेट स्कूल में डायरेक्ट इंटरव्यू देकर टीचर बन सकते है , इससे भी आपकी अच्छी खासी कमाई हो जाती है।
  •  पब्लिक स्कूल में भी पड़ा सकते है।
  • आर्ट कॉलेज और म्यूजिक एकेडेमिक्स में टीचर  बन सकते है।
  • टेक्निकल यूनिवर्सिटी एप्रूव्ड – AICTE
  • डिफेंस स्कूल – APS ,AIR FORS स्कूल में
  • प्राइवेट स्कूल – G.D. टैगोर इंटरनेशनल स्कूल आदि बहुत से अवसर है ।

FAQs

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