फैशन डिज़ाइनर कैसे बने सम्पूर्ण जानकारी

ऐसे बहुत से स्टूडेंट या कैंडिडेट होते है जो अपना करियर आगे जाके फैशन डिज़ाइन में बनाना चाहते है लेकिन उन्हें इस चीज़ की नॉलेज नहीं होती है की फैशन डिज़ाइनर कैसे बन सकते है।

तो आईये आज हम इन सभी  सवालो के जवाब आपको आज में इस लेख के माध्यम से  बताना चाहूंगी।फैशन डिज़ाइनर बनने का छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय कोर्सो मेंसे में से एक माना जाता है। भविष्य में एक सफल Fashion Designer बनने की आकांक्षा के साथ हर साल हजारों उम्मीदवार देश भर के विभिन्न फैशन डिजाइनिंग कॉलेजों में आवेदन करते हैं।

फैशन डिजाइन न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी एक बड़ा व्यावसायिक शिक्षा धारा है। यदि आप इस क्षेत्र में करियर की तलाश कर रहे हैं, तो सही फैशन डिजाइनिंग कोर्स का चयन करने से आपके लिए ढेर सारे अवसर खुलेंगे।

हालांकि, फैशन डिजाइनिंग कोर्स में दाखिला लेने से पहले, इसके  के बारे में कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को जानना जरूरी होता है।इसलिए में आज आपको फैशन डिज़ाइनर कैसे बने या Fashion Designing Course कैसे करे इसमें क्या काम करना होता है।

कितनी फीस होती है इसका कोर्स कब और कहाँ से कर सकते है ?  इन सबको हम जानेंगे ताकि आप अपना सपना पूरा कर सके।Fashion Design एक ऐसे कपड़े डिजाइन करने की कला होती है।

जो कार्यात्मक और सौंदर्य की दृष्टि से मनभावन दोनों ही होते है ।आपने देखा होगा जब हम मार्केट जाते है तो वहाँ  पर हमें  नए – नए  मॉडल्स या  नए डिज़ाइन  देखने को मिलते  है। Fashion Designer का काम यही होता है की वह आने वाले समय में कैसे बेहतर अपने Fashion Design को मार्केट में ला सकते है।

फैशन डिज़ाइनर बनने की जानकारी (how to become fashion designer)

Qualification For Fashion Design course
  1. फैशन डिज़ाइनर बनने के लिए पहले 12वीं पास करें। 
  2. 12th में आपके मार्क्स 50% होने चाहिए।
  3. फिर एक अच्छे फैशन डिजाइनिंग कॉलेज में एडमिशन लें। 
  4. अच्छी तरह से प्रवेश परीक्षा की तैयारी करें।
  5. कोर्स करने के बाद आप एक फैशन डिज़ाइनर बन जाते है।

फैशन डिजाइनिंग ऐसी आर्ट होती है जिसमे आपको अपनी नए  innovative आइडियाज के ज़रिये कपड़ो को एक दम  नए फॉर्म में तैयार करना होता है और इसे मार्किट में मिलने वाले कपड़ो से बिल्कुल  अलग रूप दिया जाता है। इस काम में Fashion Designer का महत्वपूर्ण रोल  फैशन  आडियाज के साथ  पैटर्न्स  को ड्रॉ करना फेब्रिक सेलेक्ट करना , काटना , सिलना , और पूरी तरह से तैयार करना होता है।

इसके साथ ही फैशन शो का हिस्सा बनना आदि काम करने होते है। इतना ही नहीं Fashion Designer बनने के लिए फेब्रिक और मार्किट की डिमांड की नॉलेज भी रखनी होती है और साथ ही बिज़नेस सेन्स।  कपड़ो को डिज़ाइन करने के अलावा jewellery , footwear , जैसे बहुत सारे चीजों को डिज़ाइन करते है।

फैशन डिज़ाइनर स्किल्स (skills )
  • क्रिएटिविटी फैशन डिजाइनिंग कोर्स करने वाले स्टूडेंट की पहली स्कील्स उसमें क्रिएटिविटी का होना  है,कलर्स , शेड्स ,टोन्स का  अच्छा सेंस होना ,
  • इनोवेटिव आइडियाज  यानि जो भी ओरिजिनल है उसको चुनना , गुड कम्युनिकेशन स्किल्स बनाना।
  • गुड इमेजिनेशन और ऑब्जरवेशन , गुड अंडरस्टैंडिंग  जिसकी मार्किट में डिमांड हो उस पर प्रॉपर फोकस रखना।
  • कस्टमर lifestyle की नोलेज रखना ,
  • विसुअल इमेजिनेशन ,स्केचिंग स्किल्स अच्छी हो , कम्पेटिटिवेनेस्स और artistic  थिंकिंग मतलब की जो दूसरे कॉम्पिटिटर है फैशन डिज़ाइन में उनसे कुछ अलग और बेहतर कपड़ो को डिज़ाइन करना आदि
  •  एक पॉपुलर डिज़ाइनर बनने के लिए आप में यह सब खूबिया होना चाहिए।

फैशन डिज़ाइनर योग्यता (eligibility )

Fashion Designer बनने के लिए या कोर्स करने के लिए  10th या 12th से  किसी भी स्ट्रीम से परीक्षा क्लियर होना जरुरी होता हैं। इसमें आपके मिनिमम 50% मार्क्स अनिवार्य  है।भारत में विभिन्न कॉलेजों में पेश किए जाने वाले कुछ लोकप्रिय फैशन डिजाइन परीक्षा सिलेबस निचे दिए गए है

फैशन डिज़ाइनर के लिए कोर्स

Fashion Designer कोर्स एक  highly कॉम्पिटिटिव और desirable कोर्सेस मे से एक माना जाता है।  इस प्रोफेशन में आपको सफलता मिल सकती है और आप अपना करियर बेहतर रूप से बना सकते है। लेकिन इस फिल्ड में आपका हुनर बाकि डिसाइनरो से अलग होना चाहिए। जिसमे आपका  स्कैचिंग से लेकर फेब्रिक सिलेक्शन करने तक का  नॉलेज  होना जरुरी रहता है।

1 .फैशन डिजाइनिंग कोर्सेस अंडर ग्रेजुएट लेवल 

इसमें आप डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते है।

2 .फैशन डिजाइनिंग कोर्सेस पोस्ट ग्रेजुएट लेवल 

  • मास्टर ऑफ़ डिज़ाइन (Master of Design (MDes) 
  • मास्टर ऑफ़ फ़ैशन  मैनेजमेंट (Master of Fashion Management (MFM)
  • मास्टर ऑफ़ साइंस (Master of Science (MSc)
  • मास्टर ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी (Master of Fashion Technology (MFTech)
  • मास्टर ऑफ़ आर्ट (Master of Arts (MA)
  • पीजी डिप्लोमा (PG Diploma)

3 .फैशन डिजाइनिंग सिलेबस और सब्जेक्ट की जानकारी 

स्टूडेंट को भारत में किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में 10+2  परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य है।

B.Des. Fashion Design Syllabus – समयसीमा – 4 साल , लेवल – ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी – 10 +2 पास

  1. अपैरल कंस्ट्रक्शन मेथड (Apparel Construction Methods)
  2. कलर मिक्सिंग (Colour Mixing )
  3. कंप्यूटर – एडिड डिज़ाइन (Computer-Aided Design )
  4. एलिमेंट ऑफ़ टेक्सटाइल (Elements of Textiles)
  5. फैब्रिक डाइंग और प्रिंटिंग (Fabric Dyeing and Printing )
  6. फैशन इलस्ट्रेशन एंड डिज़ाइन (Fashion Illustration and Design )
  7. फैशन स्टडीज़ (Fashion Studies )
  8. इंट्रोडक्शन पैटर्न मेकिंग (Introduction to Pattern Making )
  9. लेदर डिजाइनिंग (Leather Designing )
  10. मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (Manufacturing Technology)
  11. सरफेस डेवलपमेंट टेक्नोलॉजी (Surface Development Techniques)
  12. टेक्सटाइल साइंस (Textile Science)

BA (Hons) Fashion Design Syllabus –  समयसीमा – 4 साल , लेवल – ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी – ग्रेजुएशन / 10 + 12 पास

  1. अपैरल कंस्ट्रक्शन मेथड (Apparel Construction Methods)
  2. कलर मिक्सिंग (Colour Mixing )
  3. कंप्यूटर – एडिड डिज़ाइन (Computer-Aided Design)
  4. एलिमेंट ऑफ़ टेक्सटाइल (Elements of Textiles)
  5. फैब्रिक डाइंग और प्रिंटिंग (Fabric Dyeing and Printing )
  6. फैशन इलस्ट्रेशन एंड डिज़ाइन (Fashion Illustration and Design )
  7. फैशन स्टडीज़ (Fashion Studies )
  8. इंट्रोडक्शन पैटर्न मेकिंग (Introduction to Pattern Making )
  9. लेदर डिजाइनिंग (Leather Designing )
  10. मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (Manufacturing Technology)
  11. सरफेस डेवलपमेंट टेक्नोलॉजी (Surface Development Techniques)
  12. हिस्ट्री ऑफ़ कस्टम्स (History of Costumes )

BSc Fashion Design Syllabus –  समयसीमा – 3 साल , लेवल – अंडर ग्रेजुएट , एलिजिबिलिटी –  12 पास

  1. एनालिटिकल ड्राइंग (Analytical Drawing )
  2. बेसिक कंप्यूटर स्टडीज (Basic Computer Studies)
  3. कंप्यूटर एडिडेड डिज़ाइन (Computer-Aided Design )
  4. कलर मिक्सिंग (Colour Mixing )
  5. बेसिक फोटोग्राफी (Basic Photography)
  6. ग्रेडिंग (Grading )
  7. हिस्ट्री ऑफ़ कस्टमर (History of Costumes )
  8. इंट्रोडक्शन पैटर्न मेकिंग (ntroduction to Pattern Making & Garment Construction)
  9. इंडियन आर्ट अप्प्रेसिअशन (Indian Art Appreciation )
  10. निटवियर (Knitwear)
  11. लेदर डिजाइनिंग (Leather Designing)
  12. क्रिएटिव  जेवेल्लरी (Creative Jewellery )
  13. करंट ग्लोबल फैशन ट्रेंड (Current Global Fashion Trends )
  14. एलिमेंट ऑफ़ डिज़ाइन (Elements of Design )
  15. ड्रापिंग (Draping)
  16. एलिमेंट ऑफ़ टेक्सटाइल्स (Elements of Textiles)
  17. फैब्रिक डाइंग प्रिटिंग (Fabric Dyeing and Printing)
  18. फैशन हिस्ट्री (Fashion History )
  19. फैशन फोरकास्टिंग (Fashion Forecasting)
  20. फैशन इलस्ट्रेशन एंड डिज़ाइन (Fashion Illustration and Design )
  21. डिज़ाइन प्रोसेस (Design Process)
  22. फैशन स्टडीज (Fashion Studies)
  23. फ्री हैंड ड्राइंग (Free Hand Drawing)
  24. गारमेंट कंस्ट्रक्शन (Garment Construction)
  25. जोमेट्रिकल कंस्ट्रक्शन (Geometrical Construction)

BSc Fashion Design & Technology Syllabus  –  समयसीमा – 3 साल , लेवल – ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी –  10 +12 पास

  1. प्रिंसिपल ऑफ़ फैशन (Principles of Fashion)
  2. फैशन इंडस्ट्री एंड कॉन्सेप्ट्स (Fashion Industry and Concepts)
  3. फैशन मार्केटिंग (Fashion Marketing)
  4. फंडामेंटल ऑफ़ फैब्रिक्स (Fundamentals of Fabrics )
  5. क्वांटिटेटिव टेक्निक्स ऑफ़ डिमांड फोरकास्टिंग (Quantitative Techniques of Demand Forecasting)
  6. इंट्रोडक्शन आईटी एप्लीकेशन (Introduction to IT Applications )
  7. fashion कम्युनिकेशन (Fashion Communication)
  8. कंस्यूमर इन फैशन (Consumer Behaviour in Fashion)
  9. मार्केटिंग रिसेर्च (Marketing Research)
  10. प्रिंसिपल एंड टेक्निक ऑफ़ मर्चेंडाइजिंग (Principles and techniques of merchandising)
  11. इंट्रोडक्शन गारमेंट (Introduction to Garment )
  12. पैटर्न मेकिंग (Pattern Making, Grading and Construction)
  13. फैब्रिक अप्प्रेसिएशन सिस्टम (Fabric Appreciation Systems)
  14. फैशन डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट (Fashion Distribution Management)
  15. प्रिंसिपल ऑफ़ एकाउंटिंग (Principles of Accounting)

Fashion Design Syllabus for PG Course

MDes Fashion Design Syllabus – समयसीमा – 2 साल , लेवल – पोस्ट ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी – ग्रेजुएशन

  1. इंट्रोडक्शन डिज़ाइन (Introduction to Design)
  2. विसुअल प्रिंसिपल्स (Visual Design- Principles and Applications)
  3. डिज़ाइन मेथड्स (Design Methods)
  4. ग्राफ़िक डिज़ाइन (Graphic Design)
  5. फॉर्म स्टडीज (Form Studies)
  6. एर्गोनॉमिक्स (Ergonomics)

MA Fashion Design Syllabus –  समयसीमा – 2 साल , लेवल – पोस्ट ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी – ग्रेजुएशन

  1. अपैरल मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (Apparel Manufacturing Technology)
  2. फैशन कम्युनिकेशन (Fashion Communication)
  3. कंस्ट्रक्शन ऑफ़ वीमेन वियर (Construction of Women’s Wear)
  4. कंप्यूटर डिज़ाइनिंग (Computer Designing)
  5. निटवियर डिज़ाइन टेक्नोलॉजी (Knitwear Design Technology)
  6. एडवांस्ड मेकिंग (Advanced Pattern Making)
  7. डिज़ाइन इलस्ट्रेशन (Design Illustration)
  8. रिटेल मार्केटिंग (Retail Marketing & Merchandising)
  9. कंस्ट्रक्शन ऑफ़ मेंस वियर (Construction of Men’s Wear)

MBA Fashion Design Management Syllabus –  समयसीमा – 2 साल , लेवल – पोस्ट ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी – ग्रेजुएशन

  1. इकोनॉमिक्स एंड मैनेजमेंट डिसिजन (Economics and Management Decisions)
  2. क्वालिटेटिव टेक्निक्स (Qualitative Techniques )
  3. बिज़नेस कम्युनिकेशन एंड नेगोटेशन स्किल्स (Business Communication and Negotiation Skills)
  4. आर्गेनाईजेशन बेहेवियर (Organisational Behaviour)
  5. मार्केटिंग मैनेजमेंट (Marketing Management)
  6. इंडियन फैशन स्केनरिओ (Indian Fashion Scenario )
  7. Research Methodology and App Statistics
  8. बेसिक्स कॉन्सेप्ट ऑफ़ फैशन प्रोडेक्ट एंड मनुफैक्टरिंक्स (Basic Concepts of Fashion Products and Manufacturing)
  9. ग्लोबल फैशन सिनेरियो (Global Fashion Scenario)
  10. प्रिंसिपल ऑफ़ फैशन मार्केटिंग (Principles of Fashion Marketing and Merchandising)
  11. इंटरनेशनल ट्रेड ऑपरेशन्स एंड डॉक्यूमेंटेशन (International Trade Operations and Documentation )
  12. एंटरप्रेंयूर्शिप एंड फैशन वेंचर मैनेजमेंट (Entrepreneurship and Fashion Venture Management)
  13. कॉम्पीटीशन एंड स्ट्रेटेजीज इन फैशन (Competition and Strategies in Fashion)
  14. विसुअल मेचंडीसिंग (Visual Mechandising)
  15. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (Intellectual Property Rights)

MSc Fashion Designing Syllabus – समयसीमा – 2 साल , लेवल – पोस्ट ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी – ग्रेजुएशन

  1. अपैरल मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (Apparel Manufacturing Technology)
  2. फैशन कम्युनिकेशन (Fashion Communication)
  3. कंस्ट्रक्शन ऑफ़ वीमेन वियर (Construction of Women’s Wear)
  4. एडवांस्ड पैटर्न मेकिंग (Advanced Pattern Making)
  5. डिज़ाइन इलस्ट्रेशन (Design Illustration)
  6. कंप्यूटर – एडिड  डिजाइनिंग (Computer-Aided Designing)
  7. रिटेल मार्केटिंग एंड मर्चेंडाइजिंग (Retail Marketing and Merchandising)
  8. कंस्ट्रक्शन ऑफ़ मेंस वियर (Construction of Men’s Wear)
  9. निटवियर डिज़ाइन टेक्नोलॉजी (Knitwear design Technology)

MSc Fashion Design & Technology Syllabus –  समयसीमा – 2 साल , लेवल – पोस्ट ग्रेजुएशन , एलिजिबिलिटी – ग्रेजुएशन

  1. एलिमेंट्स ऑफ़ फैशन (Elements of Fashion)
  2. हिस्ट्री ऑफ़ वर्ल्ड फैशन कस्टम (History of World Fashion and Costume)
  3. इंडियन वियर (Indian Wear)
  4. अपैरल टेक्नोलॉजी (Apparel Technology)
  5. हिस्ट्री ऑफ़ इंडियन कस्टमस एंड टेक्सटाइल (History of Indian Costumes and Textiles)
  6. मेंस वियर (Men’s Wear)
  7. फैशन मेचंडीसिंग मार्केटिंग (Fashion Merchandising and Marketing)
  8. फैशन स्टाइलिंग (Fashion Styling)
  9. क्रिएटिव पैटर्न मेकिंग (Creative Pattern Making)

फैशन डिज़ाइन में आप ग्रजुएट पोस्ट  या ग्रजुएट कोर्स तो कर ही सकते है लेकिन इसके आलावा आप शॉर्टम सर्टिफिकेट कोर्सेस भी कर सकते है

Syllabus for Certificate Course in Fashion Design –  समयसीमा – 1 साल , लेवल – सर्टिफिकेट, एलिजिबिलिटी – 10+2 पास , एडमिशन प्रोसेस –  एंट्रेंस एग्जाम एंड मेरिट बेस्ड , कोर्सेस फीस – INR 5,000 to 5 लाख।

  1. फैशन एक्सेसरी (Fashion Accessory)
  2. टेक्सटाइल साइंस (Textile Science)
  3. पैटर्न मेकिंग एंड गारमेंट कंस्ट्रक्शन ( Pattern Making and Garment Construction)
  4. फैशन मेचंडीसिंग एंड मैनेजमेंट (Fashion Mechandising and Management)
  5. फैशन ऑर्नामेंशन (Fashion Ornamentation)
  6. फैशन मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट (Fashion Marketing and Management)
  7. फैशन इलस्ट्रेशन (Fashion Illustration)
  8. प्रोडेक्ट स्पेसिफिकेशन (Product Specification)
  9. कंप्यूटर एडिड डिज़ाइन (Computer Aided Design)

Diploma in Fashion Styling Syllabus – समयसीमा – 1 साल , लेवल – डिप्लोमा आफ्टर  10 +12 पास , एलिजिबिलिटी – 10 + 12 पास

  1. जनरल इंग्लिश (General English)
  2. (इंग्लिश फॉर ऐकडेमिक एंड प्रोफ़ेशनल परपोसेस )English for Academic and Professional Purposes Part I
  3. मैथमेटिक्स एंड स्टैटिस्टिक्स फॉर डेली लाइफ (Mathematics and Statistics for Daily Life Applications )
  4. इंट्रोडक्शन मल्टीमीडिया (Introduction to Multimedia)
  5. ड्राइंग एंड प्रेजेंटेशन टेक्निक्स (Drawing and Presentation Techniques in Fashion Design)
  6. डिज़ाइन एप्लीकेशन इन (Design Application in Fashion Portfolio)
  7. प्लानिंग डेवलपमेंट (Planning Development I )
  8. पैटर्न ड्राफ्टिंग (Pattern Drafting )
  9. टेक्निक एंड प्रोसेस (Techniques and Process in Fashion Media)
  10. मेकप फैशन (Makeup Fashion)
  11. हिस्ट्री एंड इमेज डिज़ाइन (History and Image Design)
  12. क्रिएटिव हेयर डिज़ाइन (Creative Hair Design I)

फैशन डिज़ाइन कोर्सस फ़ीस कितनी होती है 

यह एनुअल फीस कॉलेज के अकॉर्डिंग हो अलग – अलग हो सकती है।

  1.  4 साल के लिए B.Des. Fashion Design कोर्सेस की फीस 1 – 15 लाख तक हो सकती है।
  2. 3 साल में कंपलीट होने वाले B.sc Fashion Design और डिज़ाइन कोर्स की फीस 20,000 – 40,000 तक होती है।
  3. मास्टर और फ़ैशन मैनेजमेंट की फीस 3 . 12  लाख तक हो सकती है।
  4. फैशन डिज़ाइन में सर्टिफिकेशन कोर्स करने के लिए 15,000 से 60,000  रूपये तक हो सकती है।
  5. डिप्लोमा कोर्स की फीस 60,000 – 80,000 रूपये तक हो सकती है।

फैशन डिज़ाइन एड्मिशन एंट्रेस प्रवेश परीक्षाओ के नाम 

यहाँ निचे आपको कुछ पॉपुलर educational institutes shortlist बताई जारी है।  फैशन डिजाइन सिलेबस  में प्रवेश के लिए स्टूडेंटों को एक डिजाइन योग्यता परीक्षा देनी होती है जिसके आधार पर शॉर्टलिस्ट करते हैं, जिसके बाद स्टूडेंट पोर्टफोलियो की जाँच  की जाती है और एक व्यक्तिगत साक्षात्कार (interview ) किया जाता है।

एंट्रेस एग्जाम फॉर डिज़ाइनस  :

फैशन डिज़ाइन के लिए कॉलेज  के नाम  

  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन  टेक्नोलॉजी दिल्ली 
  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन  टेक्नोलॉजी कोलकाता 
  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन  टेक्नोलॉजी मुंबई 
  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन  टेक्नोलॉजी , बंगलुरू,चेनई
  • इंट्रेस नेशनल इंस्टिट्यूट  ऑफ़  फैशन  डिज़ाइन पटिआला
  • इंडियन इंस्टिट्यूट  ऑफ़ आर्ट एंड डिज़ाइन दिल्ली
  • arch academy ऑफ़ डिज़ाइन जयपुर
  • जीडी इंस्टिट्यूट ऑफ़  फैशन टेक्नोलॉजी हैदरावाद आदि
  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़  फैशन टेक्नोलॉजी बेंगलुरुआदि।

यदि आप अपने लोकल एरिया में यह कोर्स करने की सोच रहे है तो आप वहाँ से भी कर सकते इसके लिए आपको सर्च करना पड़ेगा।  आप के जो भी नज़दीक सिटी हो वहाँ से यह कोर्स चुन सकते है।

फैशन डिज़ाइन जॉब ऑप्शन क्या है

इनमे से कोई भी ऑप्शन जॉब के लिए चूस कर सकते है जो आपके एंट्रेस और वर्क स्कीलस पर बेस हो।

  • Fashion Designer
  • फ़ैशन कंसलटेंट
  • फ़ैशन कोर्डिनेटर
  • फ़ैशन शो आर्गेनाइजर
  • फ़ैशन मार्केटर
  • फ़ैशन कांसेप्ट मैनेजर
  • फ़ैशन डेक्नीकल डिज़ाइनर
  • स्केचिंग अस्सिस्टेंट
  • रिटेल मैनेजर
  • टेक्सटाइल डिज़ाइनर आदि।

एम्लॉयमेंट एरिया में जॉब 

  • गारमेंट स्टोर्स में काम कर सकते है।
  • टेक्सटाइल मिल्स में।
  • कॉर्पोरेट बिज़नेस
  • मल्टीनेशनल कंपनीज
  • कंसल्टिंग firnas
  • कॉलेज एंड यूनिवर्सिटी में aply कर सकते है

फैशन डिजाइन ग्रेजुएट्स के पास उनके सामने ढेर सारे अवसर होते हैं। अपना कोर्स पूरा करने के बाद उम्मीदवार Fashion Designer या डिजाइनरों के साथ-साथ कॉरपोरेट्स के साथ भी काम कर सकते हैं। आपके सिटी में जो बड़ी – बड़ी कंपनिया होती है आप वहाँ aply कर सकते है।

वेतन

सेलेरी की बात की जाय तो आप की सेलरी जॉब के अकॉर्डिंग अलग – अलग हो सकती है।  शुरुआत में आपको 15 – 30 हज़ार मिल सकती है।  यदि आप फैशन डिज़ाइनर कैसे बने अच्छे पोजीशन में जॉब करते है तब आपकी एक साल की सेलरी  3 – 5 लाख  हो सकती है। या इससे ज्यादा भी हो सकती है।

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