SI मात्रक क्या है (What is the SI Unit): SI मात्रक इकाइयों की मानक प्रणाली होती हैं जिन्हें माप के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानक कहा जाता है। इन्हें दुनिया भर में स्वीकार किया जाता है और उनका पालन किया जाता है।द्रव्यमान मापने की SI मात्रक किलोग्राम है, लंबाई की मीटर है और समय का सेकंड है।
मात्रक को अंग्रेजी में यूनिट( unit ) कहा जाता है और इसको ‘u से दर्शाया जाता है किसी भी भौतिक राशि की मात्रा को मापने या नापने के लिए एक मानक की आवयशकता होती है यानी मापने के लिए बनाये गए मानक को मात्रक कहा जाता है। दूसरे शब्दों में मापन के लिए बनाय गए मानक को मात्रक कहते है जैसे,
- लंबाई = 15 मीटर (मीटर हमारा मात्रक है ) ।
भौतिक राशि क्या है
कोई भी भौतिक राशि जिसका मापन किया जा सके या जिस राशि को नाम कर एक संख्या के रूप में व्यक्त कर सके उड़े भौतिक कहा जाता है।
- लंबाई, द्रव्यमान,तापमान आदि। इनके दो रूप होते है – मूल राशि और व्युत्पन्न राशि।
मापन क्या है
कोई भी राशि या मूल राशि को मापने के लिए मानक पहले बनाया जाता है जैसे 1 kg वाट एक निश्चित मानक वाट है जिससे हम बाकि चीजों की एक दूसरे से तुलना करते है ( वाट हमारा मापन है )
SI मात्रक क्या है SI मात्रक full form
SI का फुल फॉर्म ( SYSTEME INTERNATIONAL UNITES )अंतर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली होता है । SI मानक में 7 मूल मात्रक होते है और इनके ही दो संपूरक मात्रक भी होते है। मूल राशि भौतिक राशियों की ज़्यादा संख्या होने के कारण कुछ राशियों को आधार राशि मान लिया गया जिन्हे मूल राशि कहाँ जाता है इनकी संख्या 7 है।
SI मात्रक सूची
लम्बाई – मीटर – m
द्रव्यमान – कि.ग्राम – kg
समय – सेकेण्ड – S
ताप – केल्विन – k
विधुत धारा – एम्पियर – A
ज्योति तीव्रता – केन्डिला – cd
पदार्थ परिमाण – मोल – mol
संपूरक राशि
वे भौतिक राशि जो मूल राशियों को पूरा करते हो matrak kya hai उन्हें संपूरक राशि कहाँ जाता है। इन राशियों को मूल राशियों में नहीं रखा गया क्योकि दो तलो का झुकाव नहीं नापा जा सका।
संपूरक मूल राशि मूल मात्रक प्रतीक
समतल कोण – रेडियन – rd
घन कोण – स्टेरेडियन – sr
अन्य भौतिक राशिया – मूल मात्रक
आवृति – हर्ट्ज
विधुत आवेश – कूलम
विधुत प्रतिरोध – ओह्म
तरंधैर्य – एंगस्ट्रोम
लेंस – डायोप्टर
ध्वनि – डेसीबल
प्रदीपन – लक्स
प्रेरकत्व – हेनरी
दाब – पास्कल
समतल कोण – रेडियन
शक्ति – वाट
कार्य – जूल
आवेग – न्यूटन -सेकण्ड
संवेग – किलोग्राम मीटर प्रति सेकण्ड
ऊर्जा – जूल
ज्योति तीव्रता – कंडला
ताप – केल्विन
धारिता – फेरेड
विधुत धारा – एम्पियर
प्रष्ट तनाव – न्यूटन प्रति मीटर
समय – सेकेण्ड
आयतन – घन मीटर
त्वरण – मीटर प्रति सेकेण्ड2
बल – न्यूटन
कोणीय वेग – रेडियन /सेकंड
ठोस कोण – स्टेरेडियन
चाल – मीटर /सेकंड
दूरी – पारसेक
ऊष्मा – जूल
वेग – मी/से2
भार – न्यूटन
ध्वनि – डेसीबल
द्रव्यमान – किलोग्राम
विस्थापन – मीटर
ताप – केल्विन
उत्तर – SI इकाई की स्थापना 1960 में हुई थी।
प्रश्न – एसआई प्रणाली क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर – निम्नलिखित कारण हैं कि SI प्रणाली क्यों महत्वपूर्ण है:
एसआई प्रणाली सटीक और निश्चित मानकों पर आधारित है। SI प्रणाली में उपयोग किया जाने वाला आधार 10 है, जो रूपांतरण को आसान बनाता है। SI प्रणाली में लैटिन और ग्रीक उपसर्गों का उपयोग किया जाता है और ये संख्याओं को संदर्भित करते हैं। रूपांतरण कारकों के उपयोग के बिना, SI इकाइयाँ एक दूसरे से प्राप्त की जा सकती हैं।
प्रश्न – मापन में उपयोग की जाने वाली इकाइयों की सामान्य प्रणाली क्या हैं?
उत्तर – माप में आमतौर पर उपयोग की जाने वाली इकाइयों की प्रणाली निम्नलिखित हैं:
- सीजीएस प्रणाली
- एमकेएस प्रणाली
- एसआई प्रणाली
- इकाई को परिभाषित कीजिए।
- इकाई को माप के लिए उपयोग किए जाने वाले संदर्भ मानक के रूप में परिभाषित किया गया है।
मूलभूत भौतिक राशियों के नाम लिखिए।
सात मूलभूत भौतिक मात्राएँ हैं: लंबाई, द्रव्यमान, समय, विद्युत प्रवाह, तापमान, पदार्थ की मात्रा और प्रकाश की तीव्रता।