UPSC सिलेबस इन हिंदी 2023 : यानि यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन जिसे हम शॉर्ट UPSC के नाम से जानते है UPSC की फुल फॉर्म UNION PUBLIC SERVICE COMMISSION जिसे हिंदी में संघ लोक सेवा आयोग कहते है।
यह परीक्षा हर साल UPSC (संघ लोक सेवा आयोग ) के द्वारा Indian Administrative Services (भारतीय प्रशासनिक सेवाओं) मतलब IAS अधिकारी पद के लिए यह वैकेंसी आयोजित करता है। इस एग्जाम को क्लियर करने से आप एक जिलाधिकारी या कलेक्टर बनते है।
UPSC परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट हर साल (average) 900,000 से 1,000,000 उम्मीदवार आवेदन करते हैं और प्रारंभिक परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों की संख्या लगभग 550,000 होती है।
देखा जाय तो यह एग्जाम कठिन के साथ – साथ बहुत ही competitive लेवल का exam होता है जिसे अच्छी रणनीति के साथ अपनी तैयारी करनी होती है और तैयारी करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण जो बात आती है वो हैं इसके syllabus को लेकर जिसे आप बिना UPSC सिलेबस के इस एग्जाम को क्लियर कर पाना मुमकिन नहीं है इसलिए इस एग्जाम के सिलेबस का ज्ञान होना बहुत – बहुत जरूरी होता है एक कैंडिडेट के लिए।
तो आज की पोस्ट हमारी UPSC सिलेबस इन हिंदी के बारे में रहेगी जहाँ पर आपको इस टॉपिक से रिलेटिव सभी प्रश्न के answer मिलेंगे।
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UPSC सिलेबस इन हिंदी

UPSC सिलेबस को तीन चरणों में विभाजित किया गया है। UPSC सिलेबस पड़ने से पहले इसके पैटर्न को एक बार जरूर समझ ले इससे आपको पता चल जायेगा की पेपर कितने घण्टे का होता है और कितने नंबर के प्र्शन पूछे जाते है।
- प्रारंभिक चरण (UPSC Prelims)- सामान्य अध्ययन और सीसैट
- मेन्स स्टेज (UPSC Mains) – 9 थ्योरी पेपर्स (GS I-IV, लैंग्वेज पेपर्स, निबंध और वैकल्पिक)
- व्यक्तित्व परीक्षण (Interview) – साक्षात्कार
UPSC प्रारंभिक परीक्षा पैटर्न
UPSC Prelims का पैटर्न कुछ इस प्रकार का होता है
UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए परीक्षा पैटर्न | |
दो अनिवार्य पेपर | सामान्य अध्ययन पेपर- I (General Studies Paper-I) |
सामान्य अध्ययन पेपर- II (General Studies Paper-II (CSAT) | |
GS पेपर- I में पूछे गए प्रश्नों की संख्या | कूल 100 प्रश्न |
CSAT पेपर – II में पूछे गए प्रश्नों की संख्या | कूल 80 प्रश्न |
कूल मार्क्स पेपर नंबर | टोटल 400
|
नकारात्मक अंकन (Negative Marking ) | हाँ , प्रत्येक गलत उत्तर के लिए ⅓ की कटौती की जाएगी
जैसे आपने 100 प्रश्न मै से कूल 90 प्रश्न हल किये है जिसमे से 60 प्रश्न सही है और 30 प्रश्न गलत है तो 30 प्र्शन के नंबर तो कटेंगे ही साथ में 30 x 1 /3 को multipal करने से आपके 10 प्र्शन और गलत हो जायेंगे जिसमे आपके सही उत्तर केवल 50 ही आएगा। न की 60 |
परीक्षा समय | दोनों पेपर 2 – 2 घंटे के रहते है
|
UPSC सिलेबस प्रीलिम्स इन हिंदी
UPSC Prelims पेपर सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण होता है। जिसे पास करके आप अगले चरण यानि मुख्य परीक्षा के लिए योग्य होते है। IAS प्रारंभिक परीक्षा के सिलेबस को जानना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह स्क्रीनिंग परीक्षा होती है
2023 यूपीएससी के सिलेबस में कोई बदलाव नहीं है लेकिन आपको यूपीएससी की वेबसाइट पर उपलब्ध नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। UPSC की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को फरवरी के महीने में ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। अगर उम्मीदवार यूपीएससी परीक्षा में अच्छा स्कोर करना चाहते हैं तो एक साल की तैयारी जरूरी है।
1 सामान्य अध्ययन पेपर 1 (
(100 MCQ x 2marks=200marks)
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- भारतीय और विश्व भूगोल-भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राजनीति और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकारों के मुद्दे आदि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे – जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।
- सामान्य विज्ञान
- सामान्य अध्ययन पेपर 2 के लिए IAS प्रारंभिक परीक्षा का सिलेबस
2 . प्रिलिम्स पेपर- II CSAT
(80 MCQ x 2.5marks=200 marks.)
- समझ
- संचार कौशल सहित पारस्परिक कौशल।
- तार्किक तर्क और विश्लेषणात्मक क्षमता।
- निर्णय लेना और समस्या समाधान।
- सामान्य मानसिक क्षमता।
- मूल संख्या (संख्या और उनके संबंध, परिमाण के क्रम, आदि) (कक्षा X स्तर), डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ़, टेबल, डेटा पर्याप्तता आदि – कक्षा X स्तर)
नोट 1: सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा का पेपर- II क्वालीफाइंग पेपर होगा जिसमें न्यूनतम क्वालिफाइंग अंक 33% निर्धारित किए गए हैं।
नोट 2 : प्रश्न बहुविकल्पीय, वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे।
नोट 3: मूल्यांकन के उद्देश्य से उम्मीदवार को सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के दोनों पत्रों में उपस्थित होना अनिवार्य है। यदि वह सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा के दोनों प्रश्नपत्रों में उपस्थित नहीं होता है। तो उम्मीदवार को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा
UPSC प्रीलिम्स बुक लिस्ट इन हिंदी
1 .करंट अफेयर्स UPSC प्रीलिम्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आदर्श रूप से, उम्मीदवारों को 12 से 15 महीने के करंट अफेयर्स की तैयारी करनी चाहिए।
- योजना पत्रिका
- समाचार पत्र (द हिंदू/द इंडियन एक्सप्रेस)
- प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी)
- आर्थिक और राजनीतिक साप्ताहिक (ईपीडब्ल्यू)
2.इतिहास के लिए बुक्स (भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन)
- 6वी से 12वी NCERT किताबे
- प्राचीन भारत – रामशरण शर्मा
- मध्यकालीन भारत – सतीश चंद्र
- आधुनिक भारत का इतिहास – स्पेक्ट्रम (राजीव अहीर) या विपिन चंद्रा
- कला एवं संस्कृति – नितिन सिंघानिया
3.भूगोल के लिए बुक्स (भारतीय और विश्व भूगोल-भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल।)
- कक्षा 6-12 NCERT किताबे
- भारत एवं विश्व का भूगोल : माजिद हुसैन / स्पेक्ट्रम /महेश कुमार वर्णवाल (कोई एक )
- भौतिक भूगोल – माजिद हुसैन / जीसी लेओंग ( कोई एक )
- भूगोल एटलस – ऑक्सफ़ोर्ड स्टूडेंट | ओरियंट ब्लैकस्वान (कोई एक )
4.भारतीय संविधान एवं राजव्यवस्था बुक्स (भारतीय राजनीति और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकारों के मुद्दे आदि। )
- 9 वी , 10 वी ,11 वी , 12 वी , 12 वी NCERT किताबे
- भारतीय शाशन : एम० लक्ष्मीकांत / बिपन चंद्र
- भारत की राज्यव्यस्था – लक्ष्मीकांत
- भारत का संविधान – एक परिचय : डी०डी० बसु
- करेंट अफेयर्स (महत्वपूर्ण )
5.भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बुक
- 9 वी , 10 वी ,11 वी , 12 वी , 12 वी , 12 वी ,12 वी NCERT किताबे
- भारतीय अर्थव्यस्था – रमेश सिंह या लाल एण्ड लाल
- आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) और मृणाल के लेक्चर वीडिओ देख सकते है।
- करेंट अफेयर्स (महत्वपूर्ण )
6.पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण (पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे – जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है )
- पर्यावरण एवं परिस्थितिकी- माजिद हुसैन या दृष्टि आईएएस बुक्स खरीद ले।
- करंट अफेयर्स से जुड़े रहे।
7.सामान्य ज्ञान
- दृष्टि आईएएस या सामान्य लुसेंट से आप इसकी तैयारी कर सकते है।
8.CSAT UPSC 2023 की तैयारी कैसे करें, इसके चरण नीचे साझा किए गए हैं:
- सीसैट को गंभीरता से लें।
- यूपीएससी के लिए सीसैट की तैयारी शुरू करने से पहले स्वयं का मूल्यांकन करें।
- एक व्यापक मैनुअल खरीदें।
- मॉक टेस्ट का प्रयास करने के बाद, अपने उत्तरों की जांच करें और यह समझने की कोशिश करें कि आपने लापरवाह गलतियाँ क्यों कीं। परीक्षा पत्र का विश्लेषण बहुत महत्वपूर्ण है।
- नियमित रूप से मॉक का प्रयास करें।
UPSC सिलेबसमैन्स इन हिंदी
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में एक उम्मीदवार की रैंक केवल मुख्य और साक्षात्कार में प्राप्त अंकों पर निर्भर करती है। मुख्य परीक्षा में 1750 अंक होते हैं जबकि साक्षात्कार में 275 अंक होते हैं।
लिखित परीक्षा (मुख्य) में निम्नलिखित 9 पेपर शामिल होंगे, लेकिन अंतिम मेरिट रैंकिंग के लिए केवल 7 पेपर गिने जाएंगे। इनमें से सिर्फ सात पेपर मेरिट आधारित होते हैं। अनिवार्य भारतीय भाषा के पेपर और अनिवार्य अंग्रेजी के पेपर सहित अन्य दो पेपर क्वालिफाइंग प्रकृति के हैं।
UPSC मुख्य परीक्षा पैटर्न
UPSC CSE एग्जाम पैटर्न – Mains | |||
पेपर | Subject | समय | कूल मार्क्स |
पेपर A |
अंग्रेजी (अनिवार्य )
|
3 घंटे | 300 |
पेपर B | अनिवार्य भारतीय भाषा (Indian languages) | 3 घंटे | 300 |
पेपर I | निबंध | 3 घंटे | 250 |
पेपर II | सामान्य अध्ययन – I (भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल) | 3 घंटे | 250 |
पेपर III | सामान्य अध्ययन – II (शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध) | 3 घंटे | 250 |
पेपर IV | सामान्य अध्ययन – III (प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन) | 3 घंटे | 250 |
पेपर V | सामान्य अध्ययन – IV (नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यता) | 3 घंटे | 250 |
पेपर VI | वैकल्पिक विषय – पेपर I | 3 घंटे | 250 |
पेपर VII | वैकल्पिक विषय – पेपर II | 3 घंटे | 250 |
पेपर – A: अंग्रेजी
पेपर ‘A ‘ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का पहला पेपर है और यह अनिवार्य भारतीय/क्षेत्रीय भाषा का पेपर है। मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड के उत्तर-पूर्वी राज्यों के उम्मीदवारों को छोड़कर सभी उम्मीदवारों को यह पेपर देना अनिवार्य होता है।
- दिए गए गद्यांशों की समझ
- सार लेखन
- उपयोग और शब्दावली
- लघु निबंध
पेपर – B: अनिवार्य भारतीय भाषा (Indian languages)
- दिए गए गद्यांशों की समझ
- सार लेखन
- उपयोग और शब्दावली
- लघु निबंध
- अंग्रेजी से भारतीय भाषा में अनुवाद और इसके विपरीत
भाषा और लिपि (संथाली देवनागरी या ओलचिकि )
बंगाली | बंगाली | मणिपुरी | बंगाली | तमिल | तमिल |
गुजराती | गुजराती | मराठी | देवनागरी | तेलुगु | तेलुगु |
हिंदी | देवनागरी | नेपाली | देवनागरी | उर्दू | फारसी |
कन्नड़ | कन्नड़ | उड़िया | उड़िया | बोडो | देवनागरी |
कश्मीरी | फारसी | पंजाबी | गुरुमुखी | डोगरी | देवनागरी |
कोंकणी | देवनागरी | संस्कृत | देवनागरी | मैथिली | देवनागरी |
पेपर – निबंध
निबंध के पेपर में, उम्मीदवारों को कई विषयों पर निबंध लिखने की आवश्यकता हो सकती है। उनसे अपेक्षा की जाएगी कि वे अपने विचारों को व्यवस्थित रूप से व्यवस्थित करने और संक्षिप्त रूप से लिखने के लिए निबंध के विषय के करीब रहें। प्रभावी और सटीक अभिव्यक्ति के लिए श्रेय दिया जाएगा।
सामान्य अध्ययन- I
भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोल। (Indian heritage and culture, history, and geography of the world and society )
- भारतीय संस्कृति – प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य और वास्तुकला के प्रमुख पहलू।
- अठारहवीं शताब्दी के मध्य से लेकर वर्तमान तक का आधुनिक भारतीय इतिहास- महत्वपूर्ण घटनाएँ, व्यक्तित्व, मुद्दे।
- स्वतंत्रता संग्राम – इसके विभिन्न चरण और देश के विभिन्न हिस्सों से महत्वपूर्ण योगदान/योगदान।
- स्वतंत्रता के बाद देश के भीतर समेकन और पुनर्गठन।
- विश्व के इतिहास में 18वीं शताब्दी की घटनाएं शामिल होंगी जैसे औद्योगिक क्रांति, विश्व युद्ध, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनर्वितरण, औपनिवेशीकरण, उपनिवेशवाद की समाप्ति, साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद आदि जैसे राजनीतिक दर्शन-उनके रूप और समाज पर प्रभाव।
- भारतीय समाज की मुख्य विशेषताएं, भारत की विविधता।
- महिलाओं की भूमिका और महिला संगठन, जनसंख्या और संबंधित मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक मुद्दे, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उनके उपाय।
- भारतीय समाज पर वैश्वीकरण के प्रभाव।
- सामाजिक अधिकारिता, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
- विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं।
- दुनिया भर में प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण (दक्षिण एशिया और भारतीय उपमहाद्वीप सहित); दुनिया के विभिन्न हिस्सों (भारत सहित) में प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों के स्थान के लिए जिम्मेदार कारक।
- भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात आदि जैसी महत्वपूर्ण भूभौतिकीय घटनाएं, भौगोलिक विशेषताएं और महत्वपूर्ण भौगोलिक विशेषताओं (जल-निकायों और बर्फ-टोपी सहित) और वनस्पतियों और जीवों में उनके स्थान परिवर्तन और ऐसे परिवर्तनों के प्रभाव।
सामान्य अध्ययन- II
शासन, संविधान, राजनीति, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध (Governance, constitution, polity, social justice, and international relations)
- भारतीय संविधान-ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान और मूल संरचना।
- संघ और राज्यों के कार्य और उत्तरदायित्व, संघीय ढांचे से संबंधित मुद्दे और चुनौतियाँ, शक्तियों का हस्तांतरण और स्थानीय स्तर तक वित्त और उसमें चुनौतियाँ।
- विभिन्न अंगों के बीच शक्तियों का पृथक्करण विवाद निवारण तंत्र और संस्थाएं।
- अन्य देशों के साथ भारतीय संवैधानिक योजना की तुलना।
- संसद और राज्य विधानमंडल – संरचना, कामकाज, व्यापार का संचालन, शक्तियाँ और विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
- कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कामकाज – सरकार के मंत्रालय और विभाग; दबाव समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ और राजनीति में उनकी भूमिका।
- लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं।
- विभिन्न संवैधानिक पदों पर नियुक्ति, विभिन्न संवैधानिक निकायों की शक्तियां, कार्य और उत्तरदायित्व।
- वैधानिक, नियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
- सरकार की नीतियां और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए हस्तक्षेप और उनके डिजाइन और कार्यान्वयन से उत्पन्न मुद्दे।
- विकास प्रक्रियाएं और विकास उद्योग – गैर सरकारी संगठनों, एसएचजी, विभिन्न समूहों और संघों, दाताओं, दान,
- संस्थागत और अन्य हितधारकों की भूमिका।
- केंद्र और राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन योजनाओं का प्रदर्शन; इन कमजोर वर्गों के संरक्षण और बेहतरी के लिए गठित तंत्र, कानून, संस्थाएं और निकाय।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित मुद्दे।
- गरीबी और भुखमरी से संबंधित मुद्दे।
- शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के महत्वपूर्ण पहलू, ई-गवर्नेंस- अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएँ, सीमाएँ और क्षमता; नागरिक चार्टर, पारदर्शिता और जवाबदेही तथा संस्थागत और अन्य उपाय।
- लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका।
भारत और उसके पड़ोस- संबंध। - भारत से जुड़े और/या भारत के हितों को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और समझौते।
भारत के हितों, भारतीय प्रवासियों पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियों और राजनीति का प्रभाव। - महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां और मंच – उनकी संरचना, अधिदेश।
सामान्य अध्ययन- III
प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन (Technology, economic development, biodiversity, environment, security, and disaster management)
- भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना से संबंधित मुद्दे, संसाधन जुटाना, विकास, विकास और रोजगार।
- समावेशी विकास और इससे उत्पन्न होने वाले मुद्दे।
- सरकारी बजट।
- प्रमुख फसलें – देश के विभिन्न भागों में फसल पैटर्न, – विभिन्न प्रकार की सिंचाई और सिंचाई प्रणाली; कृषि उपज का भंडारण, परिवहन और विपणन और मुद्दे और संबंधित बाधाएं; किसानों की सहायता में ई-तकनीक।
- प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृषि सब्सिडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित मुद्दे; सार्वजनिक वितरण प्रणाली – उद्देश्य, कार्यप्रणाली, सीमाएं, सुधार; बफर स्टॉक और खाद्य सुरक्षा के मुद्दे; प्रौद्योगिकी मिशन; पशु-पालन का अर्थशास्त्र।
- भारत में खाद्य प्रसंस्करण और संबंधित उद्योग- स्कोप ‘और महत्व, स्थान, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम आवश्यकताएँ, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
- भारत में भूमि सुधार
- अर्थव्यवस्था पर उदारीकरण के प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन और औद्योगिक विकास पर उनके प्रभाव।
- इन्फ्रास्ट्रक्चर: ऊर्जा, बंदरगाह, सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे आदि।
- निवेश मॉडल।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी- विकास और उनके अनुप्रयोग और रोजमर्रा की जिंदगी में प्रभाव।
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां; प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
- आईटी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-प्रौद्योगिकी, जैव-प्रौद्योगिकी और बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित मुद्दों के क्षेत्र में जागरूकता।
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और गिरावट, पर्यावरणीय प्रभाव आकलन।
- आपदा और आपदा प्रबंधन।
- उग्रवाद के विकास और प्रसार के बीच संबंध।
- आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियां पैदा करने में बाहरी राज्य और गैर-राज्य अभिनेताओं की भूमिका।
- संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा को चुनौती, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सामाजिक नेटवर्किंग साइटों की भूमिका, साइबर सुरक्षा की मूल बातें; मनी-लॉन्ड्रिंग और इसकी रोकथाम।
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ और उनका प्रबंधन – आतंकवाद के साथ संगठित अपराध का संबंध।
- विभिन्न सुरक्षा बल और एजेंसियां और उनका शासनादेश।
सामान्य अध्ययन-IV
नैतिकता, अखंडता, और योग्यता (Ethics, integrity, and aptitude)
सामान्य अध्ययन पेपर-IV को UPSC मेन्स का पेपर-V भी कहा जाता है। इसके अंतर्गत आने वाले प्रमुख विषय नैतिकता, अखंडता और योग्यता हैं। इस पेपर में उम्मीदवारों के रवैये और सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा, सत्यनिष्ठा से संबंधित मुद्दों के प्रति दृष्टिकोण और समाज के साथ व्यवहार में उनके द्वारा सामना किए जाने वाले विभिन्न मुद्दों और संघर्षों के प्रति उनकी समस्या को सुलझाने के दृष्टिकोण का परीक्षण करने के लिए प्रश्न शामिल होंगे। इन पहलुओं को निर्धारित करने के लिए प्रश्न केस स्टडी दृष्टिकोण का उपयोग कर सकते हैं। निम्नलिखित व्यापक क्षेत्रों को कवर किया जाएगा
- नैतिकता और मानव इंटरफ़ेस: मानव क्रियाओं में नैतिकता का सार, निर्धारक और परिणाम; नैतिकता के आयाम; नैतिकता – निजी और सार्वजनिक संबंधों में। मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक; मूल्यों को मन में बिठाने में परिवार समाज और शैक्षिक संस्थानों की भूमिका।
- दृष्टिकोण: सामग्री, संरचना, कार्य; इसका प्रभाव और विचार और व्यवहार के साथ संबंध; नैतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण; सामाजिक प्रभाव और अनुनय।
- सिविल सेवा के लिए योग्यता और मूलभूत मूल्य, ईमानदारी, निष्पक्षता और गैर-पक्षपात, निष्पक्षता, लोक सेवा के प्रति समर्पण, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता और करुणा।
- भावनात्मक बुद्धिमत्ता-अवधारणाएँ, और उनकी उपयोगिताएँ और प्रशासन और शासन में अनुप्रयोग।
- भारत और विश्व के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों का योगदान।
- लोक प्रशासन में सार्वजनिक/सिविल सेवा मूल्य और नैतिकता: स्थिति और समस्याएं; सरकारी और निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएं और दुविधाएं; नैतिक मार्गदर्शन के स्रोत के रूप में कानून, नियम, विनियम और विवेक; जवाबदेही और नैतिक शासन; शासन में नैतिक और नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण; अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और वित्त पोषण में नैतिक मुद्दे; निगम से संबंधित शासन प्रणाली।
- शासन में सत्यनिष्ठाः लोक सेवा की अवधारणा; शासन और सत्यनिष्ठा का दार्शनिक आधार; सरकार में सूचना साझाकरण और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, आचार संहिता, आचार संहिता, नागरिक चार्टर, कार्य संस्कृति, सेवा वितरण की गुणवत्ता, सार्वजनिक धन का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ।
- उपरोक्त मुद्दों पर केस स्टडी।
UPSC मैन्स बुक लिस्ट इन हिंदी
- गवर्नमेंट पॉलिसी एंड इंटरवेंशन – करंट अफेयर्स, निति आयोग , बजट इकॉनमी सर्वे
- वेलफेयर स्कीम एंड बॉडीज कोंस्टीटूडेट – करंट अफेयर्स, निति आयोग , बजट इकॉनमी सर्वे
- सोशल सेक्टर / एजुकेशन ,ह्यूमन रिसोर्स -करंट अफेयर्स, निति आयोग , बजट इकॉनमी सर्वे
- इश्यूज रेलेटिंग पावर्टी एंड हंगर -करंट अफेयर्स, निति आयोग , बजट इकॉनमी सर्वे
7 .इंटरनेशनल रिलेशन
- Vision Ias या दृष्टि करेंट अफेयर्स मैटेरियल्स
- एडिटोरिअल्स
- मिनिस्ट्री ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स वेबसाइट ,
सामान्य अध्ययन III
8 .अर्थव्यवस्था (Economy)
- NCERT कक्षा 6th – 12th
- रमेश सिंह द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था
- करंट अफेयर्स – एडिटोरिअल्स , दृष्टि आईएएस या Vision Ias , PIB
- बजट और इकॉनमी सर्वे
9 .पर्यावरण (Environment)
- NCERT कक्षा 12th लास्ट चैप्टर (13 -16th ) पड़ना महत्वपूर्ण है।
- पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी – दृष्टि IAS पद सकते है।
- भारत की आंतरिक सुरक्षा – अशोक कुमार और विपुल या दृष्टि आईएएस नोट्स पड़ सकते हैं।
- करेंट अफेयर्स – न्यूज़ एडिटोरिअल्स , Vision IAS मैटेरियल्स।
11 .आपदा प्रबंधन (Disaster Management )
- NDMA गाइडलाइन्स ऑनलाइन मिल जाएँगी आपको
- करंट अफेयर्स – Vision Ias या दृष्टि आईएएस मैटेरियल्स
12 .विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Science And Technology)
- दृष्टि आईएएस – करेंट अफेयर्स टूटे या Vision IAS मैटेरियल्स बहुत महत्वपूर्ण टॉपिक।
- अखवार ऑडिटोरिअल्स पड़े।
- नोट्स शंकर आईएएस
- डेली न्यूज़ पेपर्स
- ISRO वेबसाइट
सामान्य अध्ययन IV
13 .नीतिशास्त्र (Ethics )
- दृष्टि आईएएस नोट्स की सहायता ले सकते है।
- अखवार के ऑडिटोरिअल्स पेज से कुछ अच्छे लेख ।
- Unacademy , ऑनलाइन सोर्स ,क्रॉनिकल हिंदी की मदद ले सकते है।
UPSC पोस्ट लिस्ट 2023
सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से नौकरियों के तीन प्रकार या श्रेणियां हैं।
- भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS)
- भारतीय विदेश सेवा (IFS)
- भारतीय पुलिस सेवा (IPS)
ग्रुप ए सर्विसेज या सेंट्रल सर्विसेज
- भारतीय पीएंडटी लेखा और वित्त सेवा
- भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा
- भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर)
- भारतीय रक्षा लेखा सेवा (आईडीएएस)
- भारतीय राजस्व सेवा (आईटी) या आईआरएस
- भारतीय आयुध निर्माणी सेवा (सहायक कार्य प्रबंधक, प्रशासन)
- भारतीय डाक सेवा (Indian Post Office)
- भारतीय सिविल लेखा सेवा
- भारतीय रेल यातायात सेवा
- भारतीय रेलवे लेखा सेवा (Indian Railway Accounts Service)
- भारतीय रेलवे कार्मिक सेवा (आईआरपीएस)
- भारतीय रेलवे सुरक्षा बल सेवा (आरपीएफ)
- भारतीय रक्षा संपदा सेवा
- भारतीय सूचना सेवा (जूनियर ग्रेड)
- भारतीय व्यापार सेवा, समूह ‘ए’ (ग्रेड III)
- भारतीय कॉर्पोरेट कानून सेवा
ग्रुप बी सेवाएं या राज्य सेवाएं
- सशस्त्र सेना मुख्यालय सिविल सेवा (अनुभाग अधिकारी ग्रेड)
- दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली सिविल सेवा (दानिक्स)
- दिल्ली, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, दमन और दीव और दादरा और नगर हवेली पुलिस सेवा (DANIPS)
- पांडिचेरी सिविल सर्विस (PONDICS)
IAS अफसर की सैलरी कितनी होती है
IAS अफसर बन जाने के बाद शुरुआती सैलरी करीब 56,100 से शुरू होती है, जो सर्विस पूरी होने तक 2,50,000 तक भी पहुंच जाती है। पद अलग होने के कारण सैलरी अलग हो सकती है।