विशेषण किसे कहते है | Visheshan Kise Kahate Hain

विशेषण किसे कहते हैं
विशेषण किसे कहते है

आज की इस पोस्ट मे हम विशेषण से रिलेटिव कुछ सामान्य जानकारी देखेंगे जिसके कारण विशेषण से जुडी हुई सारी बाते समझ सके तथा जानकारी प्राप्त कर सके । देखीये निचे आपको कुछ वाक्य नज़र आ रहे होन्गे जिन्हे आप पडकर थोडी सी यह जानकारी तो हो ही जायेगी की विशेषण की पहचान केसे की जा सकती है । इस वाक्य को ध्यान से पढ़ें और समझने की कोशिश करे

एक विध्याल्य (school ) में वार्षिक उत्सव (annual festival) के लिये सुन्दर रंगमंच बनाया गया है ।मंच पर नीले रंग के पर्दे लगेहुये है। नीले रंग बिरंगे फूल पत्तियो के गमले रखे गये है अतिथियो को बैठने के लिये आरामदायक कुर्सियो और नरम गद्दे बिछाए गये है ।पंडाल में लगी लाल हरि झंडीया शोभा बड़ा रही है ।
तो इस वाक्य में जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बता रहे है ।
वो शब्द – सुन्दर ,रंग बिरंगी,नीले रंग,नीचे,आरामदायक,नरम,लाल

विशेषण की परिभाषा और प्रकार

 जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है वह शब्द ही विशेषण होता है। अथवा सन्ज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते है ।

  • तालाब में गुलाबी कमल खिले है । (विशेषण शब्द: गुलाबी ) 
  •  सुन्दर रंगमंच ।( इसमे विशेषण सुन्दर है )
  • बड़ा लड़का घर गया है ।( विशेषण शब्द: बड़ा)
  • देविका ने कुछ किताबे खरीदी । (विशेषण शब्द : कुछ ) आदि ।

विशेष्य किसे कहते हैं उदाहरण सहित

विशेषण जिन शब्दो की विशेषता बताता है ,उन्हे विशेष्य कहते है।

  • जैसे — पेड़  पर मीठे आम लगे है । तो इस वाक्य मे विशेष्य आम हुआ और विशेषण  मीठे।

> संधि किसे कहते है 

विशेषण के कितने भेद होते हैं

1.गुणवाचक विशेषण (Gunvachak visheshan)

2.संख्यावाचक विशेषण (sankhya vachak visheshan)

3.परिणामवाचक विशेषण (parimaan vachak visheshan)

4.संकेतवाचक विशेषण (sanket vachak visheshan)


गुणवाचक विशेषण (Gunvachak visheshan)

गुणवाचक विशेषण  उन शब्दो को कहा जाता है जिन शब्दो से सन्ज्ञा (noun) या सर्वनाम (pronoun) शब्द के  गुण, दोष रंग,रूप,आकार,प्रकार, आदि का पता चलता हो उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते है ।

 (1) राहुल एक दयालु लड़का है ।    

 (2) लोहे की छड़ी  बहुत कठोर है । 

 इस उदहारण में दयालु और कठोर गुणवाचक विशेषण है ।

कुछ प्रमुख गुणवाचक विशेषण इस प्रकार दिये है।

  • गुण  — उदार ,परिश्रमी,ईमानदार, बुधिमान,चतुर,अच्छा,सच्चा,दानी, दयालु, आदी।
  • दोष-कठोर,बुरा,,नीच,अपवित्र,भयानक,क्रोधि,पापी,कपटी,आदि।
  • रंग रूप —  गोरा, काला, गेहुआ, सुंदर , कोमल, पीला आदि।
  • आकार-प्रकार— गोल ,चोड़ा, लंबा, खुदरा ,मोटा ,पतला, लघु दीर्घ, छोटा ,नीचा ,बड़ा ,भारी आदि।
  • अवस्था — कमजोर, रोगी ,दरिद्र ,अमीर ,बच्चा ,जवान ,युवा ,बूढ़ा ,आदमी आदि 
  • स्वाद — मीठा, खट्टा ,कड़वा ,फीका ,मधुर ,नमकीन आदि।
  • गन्ध — सुगंधित ,गन्धहीन,खुशबूदार,बदबूदार आदि।
  • स्पर्श — नरम,कठोर,चिकना ,खुरदरा, आदि। 

परिणामवाचक विशेषण (parimaan vachak visheshan)

जिस विशेषण शब्द से  संज्ञा या सर्वनाम के माप – तोल का ज्ञान होता हो उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं।
  •  कुछ टमाटर ।
  • दस किलो फल ।

परिमाणवाचक विशेषण दो प्रकार के  होते हैं।

  1. निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
  2.  अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण

 निश्चित परिमाणवाचक विशेषण

 जो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की निश्चित नापतोल का बोध कराते हैं उन्हें ही निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं ।
  •  2 लीटर दूध
  • 10 मीटर कपड़ा
  •  2 किलो आलू
  • 5 किलो मिठाई आदि।

अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण

यह विशेषण संज्ञा या सर्वनाम जो निश्चित परिमाण का नहीं बल्कि अनिश्चित परिमाण का बोध कराते हैं ।इन्हें ही आनिश्चित परिमाणवाचक कहा गया है।
 उदहारण –
  • बंगाल में चावल कम खाते हैं।
  •  राधा बाग से थोड़े आम लाई।
  • चाय थोडी है
  • बहुत पानी ।

संकेतवाचक विशेषण (sanket vachak visheshan)

जो शब्द किसी संज्ञा या सर्वनाम की संख्या से संबंधित विशेषता का बोध कराते हैं उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहते हैं।
  • एक हार।
  • कुछ चिड़िया।
संख्या वाचक विशेषण दो प्रकार के होते है

 निश्चित संख्या वाचक विशेषण

जो शब्द सन्ज्ञा या सर्वनाम की निश्चित सन्ख्या का बोध कराते हो उन्हे निश्चित सन्ख्या वाचक विशेषण कहते है ।
उदाहरण-
  • दो लडके ,एक केला,दो दर्जन संतरे आदि

 अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की निश्चित सन्ख्या का बोध नही कराते है उन्हे अनीश्चित सन्ख्यावाचक विशेषण कहते है।
उदाहरण-
  • कुछ लड़के ,बहुत आम,थोड़े फल आदि।
  • कुछ लड़के बाग मे खेलते है ।

परिणामवाचक और संख्यावाचक विशेषण  मे अन्तर 

इन को समझने के लिये निचे कुछ वाक्य दिये गये  है।
  • जो विशेषण तौल बना सकते है उन्हे परिमाण वाचक और जिनको हम गिन सक्ते है उन्हे सांख्यावाचक विशेषण कहते है।
  1. राम ने कुछ पतंगे खरीदी। ( संख्या वाचक)
  2. सीता के थैले में थोडी दाल है।( परिमाण  वाचक )
  3. बोतल में थोड़ा पानी है।  (परिमाण  वाचक)
  4. रानी के पास दस रुपये है ।(संख्या वाचक)

सार्वनामिक विशेषण

जो सर्वनाम विशेषण के रूप में प्रयुक्त होते है , उन्हे सार्वनामिक विशेषण कह्ते है ।
  • यह किताब मेरी है ।
  • वे लोग जा रहे है ।
  • इस पुस्तक को रख दो ।
आशा है के आपको हमारी पोस्ट अच्छी लगी होगी ।और बहुत कुछ सिखने को मिला होगा । इस पोस्ट मे  हमने विशेषण किसे कह्ते है,विशेषण भेद आदि के बारे मे बताया गया है ।

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