B.sc क्या है : आप में से बहुत से स्टूडेंटों का शायद यह सावल होगा क्योकि जैसे ही स्कूल की पढ़ाई कम्पलीट होती है तो हम या हमारे पेरेंट्स इस सोच में डूब जाते है की आगे क्या किया जाए। मतलब 10th और 12th के बाद अब आगे क्या करें।बहुत से बच्चे होंगे जो B.sc के बारें में जानते होंगे लेकिन कुछ बच्चे ऐसे होते है जिन्हे यह कोर्स करना तो होता है लेकिन इस की सही जानकरी नहीं होती है। तो आज में आपको B.sc से जुड़े सभी सवालों को लेकर इस आर्टिकल में लायी हू जिसे आप पड़कर आराम से B.sc कोर्स कर सकते है और इसकी जानकरी ले सकते है।
कोई भी अंडर ग्रेजुएट कोर्स डिग्री 10th और 12th के स्ट्रीम पर डिपेंड होती है यदि आप science स्ट्रीम से हैं तो आपकी ग्रेजुएशन science के सब्जेक्ट से होगी और आर्ट्स या कॉमर्स स्ट्रीम से है तब आपकी ग्रेजुएशन इन्ही विषय को रख कर पूरा करेंगे हालाँकि नयी एजुकेशन policy लागू हों जाने के बाद आपके विषय में बदलाव देखने को मिल सकता है तो उसके लागू होने तक हमे अभी इसी के बारें में जानना होगा।
B.sc यानी बैचलर ऑफ साइंस यह एक अंडर ग्रेजुएट डिग्री कोर्स होता है जिसकी डियूरेशन 3 साल रहती है। साइन्स फिल्ड में अपना करियर बनाने का इरादा रखने वाले स्टूडेंट के लिए इस कोर्स को फाउंडेशन कोर्स भी कहाँ जाता है ।इस कोर्स की ख़ासियत यह है की अंडर ग्रेजुएट कोर्स इंडिया के ज्यादातर यूनिवर्सिटी में बहुत सारे सब्जेक्ट के ऑप्शन के साथ आसानी से मिल जाते है। जिसमे छात्रों के पसंदीदा कोर्स शामिल होते है और वह अपने रूचि के अनुसार विषय का चुनाव कर सकते है।
B.sc कोर्स का एरिया बहुत ही बड़ा होता है। इसमें दो तरह के B.sc कोर्स होते है जिसे हम साधारण भाषा में B.sc जनरल नाम देते है और दूसरा B.sc ऑनर्स इसके बारे में हम निचे बात करेंगे। यदि आप जनरल B.sc करते है तो इस कोर्स में आपको PCM ( फिजिक्स ,केमिस्ट्री ,मैथमैटिक) और PCB (फिजिक्स ,केमिस्ट्री,बायोलॉजी ) कोर्स ऑप्शन होते है जिसमे से आप एक ऑप्शन चूस कर सकते है।
आमतौर पर छात्रों को दो प्रकार की B.sc डिग्री प्रदान की जाती हैं पहला B.sc ऑनर्स और दूसरा B.sc जनरल जिसे सिम्प्ल भाषा में B.sc कहते है इन दोनों ही कोर्सो की अवधि तीन साल की होती है लेकिन कुछ यूनिवर्सिटी में अवधि तीन साल से भी ज़्यादा हो सकती है। दोनों ही कोर्स bachelor’s degree लेवल पर छात्रों को प्रदान की जाती हैं। हालाँकि, कुछ बेसिक Difference हैं जो दोनों के बीच होते हैं।
1 . B.sc जनरल कोर्स
- यह कोर्स एक साधारण कोर्स होता है जिसे आमतौर पर B.sc पास के रूप में जाना जाता है। अवधि तीन साल की होती है।
- फिज़िक्स , मैथ्स , केमिस्ट्री ,लाइफ साइंस ,बायोलॉजी ,और कंप्यूटर साइंस का बेसिक्स फाउंडेशन कोर्स को तैयार करता है।
- इसमें 3 सब्जेक्ट कि स्टडी की जाती है PCM और PCB इन विषय के बारें में फाउंडेशन नॉलेज प्रोवाइड की जाती है।
- इसमें साइंस के तीनो विषय को बराबर कवर किया जाता है।
- यह कोर्स स्टूडेंटों को Science subjects का बेसिक ज्ञान provide करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
2 . B.sc ऑनर्स कोर्स
- यह कोर्स बैचलर ऑफ़ साइंस ऑनर्स एक तीन साल का कोर्स होता है
- B.sc ऑनर्स कोर्स एक एक्स्ट्राऑर्डिनरी कोर्स माना जाता है। यह ऑनर्स कोर्स छात्रों के बीच एडवांस ,थ्योरिटिकल ,प्रैक्टिकल और रिसर्च स्किल्स पर बेस्ड होता है।
- ऐसे स्टूडेंट जो साइंस कोर्स को डीप नॉलेज स्टडी करने मैं रूचि रखते है वह B.sc ऑनर्स कर सकता है। जैसे एमएससी , पीएचडी रिसर्च वर्क आदि।
- यह एक मेजर सब्जेक्ट एरिया पर फोकस करता है जैसे – B.sc बॉटनी, B.sc फिज़िक्स , केमिस्ट्री , बायोटेक्नोलॉजी आदि।
B.sc ऑनर्स और B.sc जनरल में फर्क बस इतना होता है की आपको B.sc जनरल में किसी भी विषय को बेसिक से पढ़ाया जाता है और B.sc ऑनर्स में किसी एक सब्जेक्ट को गहराई से पढ़ाया जाता है जैसे फिजिक्स सब्जेक्ट का गहराई से पड़ना।
B.sc कितने प्रकार के होते हैं
- B.sc (विज्ञान): यह बहुत ही सामान्य बीएससी पाठ्यक्रम है जो विभिन्न विज्ञानिक विषयों जैसे कि जीव विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, भूगर्भ विज्ञान, आदि की शिक्षा प्रदान करता है।
- B.sc (सामाजिक विज्ञान): यह पाठ्यक्रम उन छात्रों के लिए है जो सामाजिक विज्ञानों में रुचि रखते हैं, जैसे कि इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, आदि।
- B.sc (प्रौद्योगिकी): यह पाठ्यक्रम तकनीकी या प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्रदान करता है, जैसे कि कंप्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, आदि।
- B.sc (फार्मा): यह पाठ्यक्रम दवाइयों और फार्मास्यूटिकल साइंसेज में अध्ययन करता है, और छात्रों को अस्पतालों, दवाखानों, और फार्मा कंपनियों में करियर के लिए तैयार करता है।
B.sc के लिए पात्रता मापदंड
- आपको को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कम से कम 50 प्रतिशत से 60 प्रतिशत अंकों के साथ साइंस स्ट्रीम में 12वीं पास होना चाहिए।
- यह ध्यान रहे कि B.sc प्रवेश के लिए आवश्यक न्यूनतम प्रतिशत विश्वविद्यालय या कॉलेज की नीति के आधार पर अलग हो सकता है जिसमें आप आवेदन करना चाहते है।
- इस कोर्स में अड़मिशन लेने के लिए क्लास 12th में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित (पीसीएम) या भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान विषय होने चाहिए ।
- आम तौर पर, B.sc करने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है जब तक कि किसी संस्थान की Eligibility Criteria द्वारा निर्दिष्ट नहीं किया जाता हो।
- हर कॉलेज का Criteria अलग – अलग हो सकता है और उस कॉलेज की requirement के आधार पर यानी आपके पर्सेंटेज और कट ऑफ़ के मैच होने पर ही उसे एडमिशन मिलता है।
- इस कोर्स को फुल टाईम के आलावा पार्ट टाइम में भी कम्पलीट किया जा सकता है।
साइंस स्ट्रीम में छात्रों के लिए कई तरह के कोर्स उपलब्ध होते हैं। जो स्टूडेंट प्लैन B.sc करना चाहते है वह जनरल बी.एससी चुन सकते हैं। और जिन बच्चो का रूचि कंप्यूटर , आईटी , क्षेत्र आदि में रूचि रखते तब वह B.sc ऑनर्स कोर्स का चुनाव कर सकता है।
साधारण बीएससी कोर्स लिस्ट
- B.Sc. (PCM)
- B.Sc. (Physics)
- B.Sc. (Chemistry)
- B.Sc. (Maths)
- B.Sc. (Zoology)
- B.Sc. (Statistics)
- B.Sc. (Botany)
- B.Sc. (Home Science)
पॉपुलर बीएससी कोर्स लिस्ट
B.sc Physics | B.sc Chemistry |
B.sc Biology | B.sc Mathematics |
B.sc IT | B.sc Computer Science |
B.sc Microbiology | B.sc Biotechnology |
B.sc Botany | B.sc Biochemistry |
B.sc Zoology | B.sc Fashion Design |
B.sc Nursing | B.sc Animation |
B.sc Agriculture | B.sc Hospitality |
B.sc Economics | B.sc Geography |
B.sc home science | B.sc Forensic science |
B.sc कोर्स करने ले लिए आपको यूनिवर्सिटी या कॉलेजों में अनेको विषय देखने को मिल सकते और अपने पसंदीदा कोर्स चूस कर सकते है।
B.sc में एडमिशन कैसे ले सकते है
B.sc कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आमतौर पर दो तरीके से होता है पहला Merit-Based के माध्यम पर और दूसरा Based on the Entrance एग्जाम के माध्यम से। B.sc एडमिशन प्रोसेस एक यूनिवर्सिटी से दूसरे यूनिवर्सिटी में अलग – अलग हो सकती है और हो सकता है की बहुत सी यूनिवर्सिटी में 10 + 12 फाइनल एग्जाम के मार्क्स बेस पर बनी मेरिट के अकॉर्डिंग एडमिशन दिया जाता हो। बाकी आप जहाँ से B.sc करना चाहते है तो वहाँ का प्रोसेस के बारें मालुम कर सकते है।
- इंट्रेस (Entrance) एग्जाम के आधार पर प्रवेश : B.sc course list में छात्रों को प्रवेश देने के लिए कई कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा प्रवेश परीक्षा का उपयोग किया जाता है। जिसमें आपको बाकी प्रवेश प्रक्रिया के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है, इन प्रवेश परीक्षाओं को पास करने के बाद काउंसलिंग राउंड शामिल होते हैं। और आपका एडमिशन किया जाता है।
- मेरिट बेस्ड (Merit-Based) पर प्रवेश : छोटे -छोटे कॉलेजों में डायरेक्ट एग्जाम हो जाता है लेकिन कुछ कॉलेज या यूनिवर्सिटी में आपके 12th के मार्क्स के बेस पर एडमिशन करते है जिसमें मैक्सिमम 50% से 60 % अंक होने चाहिए।
B.sc टॉप भारतीय कॉलेज
- स्टीफेंस कॉलेज न्यू दिल्ली (Stephen’s collage new delhi)
- मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज (Madras Christian collage chennai)
- लोयोला कॉलेज चेन्नई (Loyola collage chennai)
- किरोड़ी मॉल कॉलेज न्यू दुबई (Kirori mal collage new dubai)
- हँसराज कॉलेज दिल्ली (Hansraj collage delhi)
- डिपार्टमेंट ऑफ़ साइंस क्रिस्ट यूनिवर्सिटी बंगलुरु (Department of science christ University Bengaluru)
- बनारस हिंदी यूनिवर्सिटी (banars hindu university )
- दीन दयाल उपाध्याय (deen dayal upadhyay )
- NIMS यूनिवर्सिटी जयपुर
- लेडी श्री राम कॉलेज नई दिल्ली आदि।
B.sc फीस
जब आप किसी भी कॉलेज में एडमिशन लेते है तो सभी कॉलेज की फ़ीस अलग -अलग हो सकती है। साल की फीस 10,000 से 3 लाख रूपए तक सीमित है। यह फीस कोर्स या यूनिवर्सिटी के ऊपर डिपेंड रहता है की वह क्या फीस रखते है।IGNOU से BA कोर्स कैसे करें- कोर्स ,फीस और योग्यता जाने
B.sc करने से क्या बनते हैं?
B.sc की पूरी डिग्री प्राप्त करने के बाद, आप विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार के लिए तैयार होते हैं। कुछ क्षेत्रों जैसे कि विज्ञान, गणित, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, जीव विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, आदि में B.sc की डिग्री वाले व्यक्ति अनेक रोजगार के अवसरों के लिए पात्र हो सकते हैं।
कुछ संभावित करियर विकल्प निम्नलिखित हो सकते हैं:
- आप शिक्षक, विज्ञान के लिए पाठ्यक्रम डिज़ाइनर, या शैक्षिक संगठनों में Organizational worker बन सकते हैं।
- आप विज्ञान या तकनीकी क्षेत्र में Research विशेषज्ञ के रूप में काम कर सकते हैं।
- आप फार्मा कंपनियों में काम कर सकते हैं, जैसे कि लैबोरेटरी तकनीशियन, ड्रग डिज़ाइनर, उत्पादन प्रबंधक, आदि।
- आप तकनीकी क्षेत्र में काम कर सकते हैं, जैसे कि सॉफ्टवेयर डेवलपर, डेटा एनालिस्ट, नेटवर्क इंजीनियर, आदि।
- आप अस्पतालों में लैब तकनीशियन, अनुसंधान सहायक, आदि के रूप में काम कर सकते हैं।
यह केवल कुछ उदाहरण हैं, वास्तविकता में B.sc करने वालों के लिए अनेक करियर विकल्प होते हैं, जो उनके अध्ययन क्षेत्र और रुचियों पर निर्भर करते हैं।
B.sc कोर्स ऐसे स्टूडेंट के लिए काफी बेनेफिशियल साबित होता है जो आगे एमएससी या पीएचडी करना चाहते है और अकैडमी रिसर्च फील्ड में आपने करियर बनाना चाहते है।
- B.sc की डिग्री लेने के बाद आप MBA और प्रोफेशनल डिप्लोमा कोर्स भी कर सकते है।
- प्रोजेक्ट रिसर्च बेस्ड जॉब भी सकते है।
- बीएससी ग्रदुएटेड बैंकिंग सेक्टर में भी वर्क कर सकते है।
- बैंक एग्जाम ,सिविल सेर्विस एग्जाम और अदर एग्जाम दे कर अच्छी पोस्ट पर परमानेंट जॉब भी कर सकते है।
- B.sc कोर्स करने के बाद जॉब में मिलने वाली सेलरी जॉब सेक्टर और प्रोफाइल पर डिपेंड रहती है।
- एमएससी कोर्स कर सकते है जिसमें आप मास्टर डिग्री ले सकते है और इसी सब्जेक्ट से संबसंधित स्कूल या कॉलेज में टीच कर सकते है।
- एमबीएस कर सकते है इससे आप बड़ी – बड़ी कंपनियों में प्राइवेट जॉब पा सकते है।
- MCA कोर्स कर सकते है जिसे करने के बाद सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर , सॉफ्टवेयर इंजीनियर , सॉफ्टवेयर डेवलोपेर ,और सॉफ्टवेयर कंसलटेंट आदि में अपना करियर बना सकते है।
- B.sc के बाद आप बीएड की डिग्री लेकर टीचर , लाइब्रेरियन , एडमिनिस्ट्रेशन एजुकेशन रिसर्च आदि वर्क कर सकते है।
- बी.टेक कर सकते है जिसमे आप TCS , Infosys , bajaj , tata motors , फेसबुक , गूगल आदि बड़ी कंपनियों में जॉब पा सकते है।