MP mahila supervisor syllabus 2024: पर्यवेक्षक सुपरवाइजर महिला व्यापम की तरफ से बहुत इंतज़ार करने के बाद आखिर आँगनवाड़ी की भर्ती का नोटिफिकेशन का बेसबरी से इंतज़ार किया जा रहा है जो महिला अपना करियर आंगनवाड़ी में बनाना चाहती है वह बना सकती है और बता दे यह वैकेंसी केवल महिलाओ के लिए है इसमें पुरुष फॉर्म नहीं भर सकते।
मध्य प्रदेश महिला सुपरवाइजर का सिलेबस क्या है : MP mahila supervisor syllabus
क्रमांक | विषय ( समय 3 घंटा) | कूल अंक |
1. प्रथम | पोषण एवं स्वास्थ्य | 55 |
2. द्वितीय | सामान्य ज्ञान और तर्कशक्ति | 55 |
3.तृतीय | प्रबंधकीय गुण | 45 |
4.चतुर्थ | शिशु की प्रारंभिक देखभाल और शिक्षा | 45 |
कुल अंक | 200 |
- सिलेबस चार सेक्शन में बटा रहेगा।
- समय आपको केवल 3 घण्टे का दिया जायेगा।
- कुल अंक 200 नंबर का पेपर पूछा जायेगा।
- प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
- इसमें नेगेटिव मार्किंग नहीं है।
- कंप्यूटर के माध्यम से यह परीक्षा ली जाएगी।
- परीक्षा आपकी बैकल्पिक रहेगी।
प्रथम खंड : पोषण एवं स्वास्थ्य – कुल अंक 55
- पोषण –संतुलित आहार , मेक्रो और माइक्रो , प्रोटीन, कैलोरी ,विटामिन , आयोडीन, जिंक इनकी कमी से होने वाली बीमारियां और रोकथाम के बारे में पड़ना है ।
- जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में पोषण का महत्ब -इसमें आपको किशोरावस्था ,गर्भवस्था , नवजात शिशु ,बाल्यावस्था ,व्यस्क आदि पड़ना है।
- गर्भवती की देखभाल –गर्भावस्था में वजन की निगरानी मात्र शिशु रक्षा , गर्भावस्था में खतरों से वचाव ,प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच।
- टीकाकरण – राष्ट्रिय तिकक्रम के अंतर्गत लगने वाले टेके , टीकाकारण का महत्व , इनके न होने वाले दुष्प्रभाव। एनआरएचम
- स्वास्थ्य के विभिन्न राष्ट्रिय कार्क्रम –NRHM (National Health Mission -राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन) और ICDS “Child Development Services (ICDS) Scheme“ के अंतर्गत योजनाय।
- कुपोषण – जन्म से पहले एवं जन्म के बाद – कारण और संरक्षण के उपाय आदि पड़े।
- सामान्य बिमारियों की जानकारी – दस्त ,उल्टी ,आँखों एवं नाल का संक्रमण ,खसरा ,गलघोटू ,टिटेनस ,कालीखांसी ,TB ,निमोनियाँ पड़े।
द्वितीय खंड : सामान्य ज्ञान और तर्कशक्ति – कुल अंक 55
- सामान्य ज्ञान विभागों की योजनाय – महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाय, स्वास्थ्य विभाग की योजनाय पंचायत एवं ग्रामीण विकास की योजना ,सामाजिक न्याय विभाग की योजना ,आदिवासी बिभाग की योजना पड़े।
- नियम अधिनियम एवं अदिकार – बच्चों के क़ानूनी अधिकार एवं संबंधित नियम अधिनियम शिक्षा का अधिकार , महिलाओ के कानूनी अधिकार एवं संबंधित नियम अधिनियम , यौन उत्पीड़न घरेलु हिंसा ,दहेज़ प्रतिरोध। संपति का अधिकार ,बाल विवाह रोक अधिनियम ,खाद्य सुरक्षा अधिनियम।
- शारीरिक संरचना सामान्य ज्ञान – पाचन तंत्र , ग्रंथिया ,प्रजनन तंत्र ,किशोरावस्था विकास प्राथमिक उपचार।
- कम्प्यूटर सामान्य ज्ञान – MS ऑफिस का सामान्य ज्ञान , इंटरनेट , मोबाइल संचालन का ज्ञान।
- सामान्य गणित 8 वी स्तर – सामन्य अंक गणित , दशमलव ,प्रतिशत , अनुपात एवं ब्याज , आंकड़े की व्याख्या ,ग्राफ पड़ना एवं बनाना।
- सामान्य तर्कशक्ति – सामान्य प्र्शन , श्रेणी , आकृति।
तृतीय खंड : प्रबंधकीय गुण – कुल अंक 45
- संचार एवं परामर्श कौशल से संबंधित दो अपठित गद्यांश पर आधारित प्र्शन।
- विकास की अवधारणा एवं उसकी मुख्य चुनौतियाँ – पंचवर्षीय योजनाओ में विकास , समकालीन सामाजिक चौनोतियाँ एवं सरोकार।
- नेतृत्व विकास – नेतृत्व क्षमता ,गुण एवं कौशल ,आंतरिक गवर्नेस – समन्वय ,समूह कार्य ,टीम वर्क।
- सम्प्रेषण की परिभाषा , प्रकृति ,माध्यम एवं अवरोध।
- सामुदायिक संगठन एवं मोबिलाइजेशन – समुदाय एवं सामुदायिक संगठन की समझ , सामुदायिक संगठन के सिद्धांत , सामुदायिक विकास एवं जान भागीदारी
चतुर्थ खंड – शिशु की प्रारंभिक देखभाल और शिक्षा कुल अंक 45
- बाल विकास का परिचय – बुनियादी अवधारणाएं, वृद्धि और विकास को परिलक्षित करने वाले सिद्धांत,विकास के महत्वपूर्ण चरण , अनुवांशिकता और पर्यावरण का बाल विकास पर प्रभाव, प्र – नेटल विकास ,प्रथम तीन वर्ष में विकास , ३से ६ वर्ष के मध्य विकास ।
- शाला पूर्व शिक्षा परिचय – शाला पूर्व शिक्षा अवधारणा evm औचित्य,आयु अनुरूप सीखने कि श्रेणियां और तत्व ,बच्चे के सीखने की प्रक्रिया और मानसिक शमताए, शारीरिक गत्यात्मक विकास ,संज्ञानात्मक विकास ,भाषा विकास , सामाजिक evm भावनात्मक विकास , सृजनात्मक evm सौंदर्य बोध का परिचय।
- विशेष आवयश्कता वाले बच्चे – बच्चे की देखभाल और संरक्षण की अवधारणा ,अनाथ बेसहारा , एडस प्रभावित बच्चो के लिए योजनाएं,बच्चे और कानून ,एकीकृत बाल सुरक्षा योजना ।
MP mahila supervisor syllabus 2024 बुक लिस्ट
विषय | ऑथर | ख़रीदे |
मध्यप्रदेश पर्यवेक्षक महिला भर्ती सभी सब्जेक्ट कवर | विनोद कुमार मीणा | Link |
यह पुस्तक उन महिला छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है जो आगामी पर्यवेक्षक परीक्षा में उपस्थित होना चाहती हैं, पाठ्यक्रम के अनुसार, सामग्री प्रत्येक अनुभाग के बाद बिंदु, एमसीक्यू पर केंद्रित है।
MP mahila supervisor syllabus की तैयारी कैसे करे
आंगनवाड़ी की तैयारी करने से पहले आपको इसके सिलेबस को अच्छी तरीके से पड़ लेना है उन पॉइंट को हाईलाइट कर लीजिये जो एग्जाम में ज्यादातर पूछे जाते है अब आप सोचेंगे की वह पोंइट कैसे पता करे तो इसके लिए आप इसके पुराने पेपर देख सकते है जितने भी पेपर है उन सबका एनालिसिस कीजिये तब आपको समझ आजायेगा की क्या पड़ना है और क्या छोड़ना है।MP महिला सुपरवाइजर की परीक्षा की तैयारी करने के लिए निम्नलिखित टिप्स का पालन कर सकते हैं:
1.सिलेबस की समझ
सबसे पहले, सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और समझें। सिलेबस के अनुसार आपको किन विषयों पर ज्यादा ध्यान देना होगा, इसे समझना महत्वपूर्ण है। सिलेबस और पैटर्न पर पकड़ अच्छी होने से हमे यह पता चलता है की एग्जाम की तैयारी कैसी करनी चाहिए क्योकि जो सिलेबस में दिया जाता है उससे बाहर का कुछ भी नहीं पूछा जाता। सिलेबस को आप चाहे तो प्रिंट निकलवाकर अपने टेबल पर लगा सकते है या फिर नॉट डाउन कर सकते है नॉट डाउन करना काफी अच्छा रहेगा।
2.पुराने पेपर का एनालिसिस करना
पुराने पपएर का जब आप एनालिसिस करते है तो इनसे हमे काफी फायदा होता है एक तरफ से देखा जाय तो यह हमे गाइडेंस का काम करते है ,हमे इनसे यह पता चलता है की आगे एग्जाम की तैयारी कैसी करनी चाहिए। अपने समय का उपयोग सही ढंग से करें। हर विषय के लिए पर्याप्त समय निर्धारित करें और समय सारणी का पालन करें।
3. स्टडी मटेरियल को एकत्रित करना
उपलब्ध पुस्तकों, ऑनलाइन स्रोतों और मॉक टेस्ट सीरीज का उपयोग करें। अब आपको समझ में आ ही गया होगा की सिलेबस को कैसे कवर करना है तो इसके लिए सबसे पहले आप स्टडी मटेरियल को चूस करे बहुत सी मार्किट में बेस्ट बुक अवेलबल है कोई भी अच्छी बुक खरीद लीजिये जो भी आपके नियर बाय बुक स्टोर हों या फिर आप ऑनलाइन के माध्यम से भी अपनी पढ़ाई कर सकते है आजकल हर कोई कोर्सेस को सेल कर रहा है और फ्री में विडिओ भी उपलब्ध है इंटरनेट से आपकी तैयारी बहुत अच्छे से हो जाएगी।अध्ययन में पहले उन विषयों को ध्यान में लें जो परीक्षा में अधिकतम वजन रखते हैं।
4 . शार्ट नोट्स बनाए
स्टडी के साथ आपको अपने शार्ट नोट्स भी तैयार करने से चाहिए ताकि एग्जाम के टाइम पर आपका फोकस हडबडाय नहीं शार्ट नोट्स होने की बजह से एग्जाम के समय आप रिविज़न कर सकते है इससे आप का समय भी बचेगा और बाकि सब्जेक्ट को भी कवर कर पाएंगे।
5 . रिविज़न करते रहे
नियमित रूप से अभ्यास करें और प्रैक्टिस सेट्स, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र, और मॉक टेस्ट्स सॉल्व करें।यह पॉइंट बहुत ही इम्पोर्टेन्ट है जो भी कैंडिडेट किसी भी एग्जाम की तैयारी कर रहे है या करने वाले है उनको यह हमेशा पता होना चाहिए की पढ़ाई के बाद रिविज़न कितना महत्वपूर्ण है। रिविज़न बार -बार करने से आप को बहुत सी चीजे जल्दी याद हो जाती है। इसलिए जो भी आप पड़ रहे है उनका रिविज़न करते रहना है।
6 . मोक टेस्ट करते रहे
जब आपका सिलेबस आधे से ज़्यादा हो जाय तब आपको बार -बार मोक टेस्ट देना है। इससे आपको यह पता चलता रहेगा की आपकी पढ़ाई कैसी चल रही है। और क्या आप से छूट रहा है इसलिए आकलन करना बहुत जरुरी है।