MP आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस क्या है

MP आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस (anganwadi supervisor syllabus ): पर्यवेक्षक सुपरवाइजर महिला  व्यापम की तरफ से बहुत इंतज़ार करने के बाद आखिर आँगनवाड़ी की भर्ती का नोटिफिकेशन का बेसबरी से इंतज़ार किया जा रहा है जो महिला अपना करियर आंगनवाड़ी में बनाना चाहती है वह बना सकती है। और बता दे यह वैकेंसी केवल महिलाओ के लिए है इसमें पुरुष फॉर्म नहीं भर सकते है।

इसलिए आप यदि आंगनवाड़ी सुपरवाइजर की तैयारी करना चाहते है तब आपको इसके सिलेबस और पैटर्न का मालूम होना बहुत जरुरी है और साथ ही इसके पुराने पेपर को देखना उनका एनालिसिस करना क्योकि  किसी भी एग्जाम की तैयारी  करने से पहले यदि हमे इसके सिलेबस और पुराने पेपर की समझ हो जाती है तो हम आराम से इसकी तैयारी  कर सकते है।

बहुत टाइम बाद वैकेंसी निकलने के बाद हमारे अंदर बहुत कन्फूशन होता है की कब कैसे और कहाँ से इसकी तैयारी करे क्योकि यह वैकेंसी बार -बार नहीं आती है इसलिए हमे सिलेबस और तैयारी  कैसी करनी है इसके बारे में विस्तार से पोस्ट के माध्यम से आपको सम्पूर्ण स्ट्रेटेजी बताई जायेगी ताकि आप यह सुनहरा मौका हाथ से न जाने दे ।

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MP आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस क्या है जाने पूरी जानकारी

यहाँ पर आपको जो सिलेबस की जानकारी दी जा रही है वह 2017 के आधार पर बताई जा रही है 2017 का नोटिफिकेशन आप व्यापम की साइड पर जा कर देख सकते है यह सभी इनफार्मेशन आपको वहाँ प्राप्त हो जाएगी।

आंगनवाड़ी सुपरवाइजर एग्जाम पैटर्न 

क्रमांक विषय ( समय 3 घंटा)कूल अंक
1. प्रथमपोषण एवं स्वास्थ्य55
2. द्वितीयसामान्य ज्ञान और तर्कशक्ति55
3.तृतीयप्रबंधकीय गुण45
4.चतुर्थसामान्य ज्ञान और तर्क क्षमता45
कुल अंक 200
  • सिलेबस चार सेक्शन में बटा रहेगा।
  • समय आपको केवल 3 घण्टे का दिया जायेगा।
  • कुल अंक 200 नंबर का पेपर पूछा जायेगा।
  • प्रत्येक प्रश्न के लिए 1 अंक निर्धारित है।
  •  इसमें नेगेटिव मार्किंग नहीं है।
  • कंप्यूटर के माध्यम से यह परीक्षा ली जाएगी।
  • परीक्षा आपकी बैकल्पिक रहेगी।

 शेक्षणिक योग्यता क्या है 

शैक्षिणिक योग्यता आंगनवाड़ी की भर्ती के लिए उम्मीदवारों के पास किसी भी मान्यता विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होना जरुरी है। मतलब अगर आप का 12th के बाद किसी भी विषय से ग्रेजुएशन कम्पलीट है तो आप इसका एग्जाम दे सकते है।

 उम्र क्या है 

मान्यता प्राप्त उम्र  18 से 45 वर्ष है। मध्यप्रदेश की महिलाये 18 से लेकर 45 वर्ष तक फॉर्म को भर सकती है और जो मध्यप्रदेश के बाहर की महिलाय है वह केवल 35 वर्ष तक ही फॉर्म भर सकती है।

 सैलेरी क्या है 

सैलेरी की बात करे तो इसमें शुरुआत में भली थोड़ी सैलेरी कम हो लेकिन बाद में हर साल इसकी सैलरी इनक्रीस होती है।  सैलेरी आपकी 5000 से लेकर 24000 तक होती है बाद इसमें बढ़ोत्तरी होती रहती है  अच्छी खासी सैलरी के साथ आप इस जॉब का फयदा ले सकते है कम काम और बेस्ट पैकेज उठा सकती है।

MP आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस की जानकारी

अब बात करते है की इसमें सिलेबस क्या होता है यानि इसमें क्या -क्या विषय पूछे जाते जाते है कितने नंबर का पेपर होता है

प्रथम खंड : पोषण एवं स्वास्थ्य – कुल अंक 55 (आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस ) 

  1.  पोषण –संतुलित आहार , मेक्रो और माइक्रो , प्रोटीन, कैलोरी  ,विटामिन , आयोडीन, जिंक इनकी  कमी से होने वाली बीमारियां और रोकथाम के बारे में पड़ना है ।
  2.  जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में पोषण का महत्ब -इसमें आपको किशोरावस्था ,गर्भवस्था , नवजात शिशु ,बाल्यावस्था  ,व्यस्क आदि पड़ना है।
  3.  गर्भवती की देखभाल –गर्भावस्था में वजन की निगरानी मात्र शिशु रक्षा , गर्भावस्था  में खतरों से वचाव ,प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच।
  4. टीकाकरण – राष्ट्रिय तिकक्रम के अंतर्गत लगने वाले टेके , टीकाकारण का महत्व , इनके न होने वाले दुष्प्रभाव। एनआरएचम
  5. स्वास्थ्य के विभिन्न राष्ट्रिय कार्क्रम  –NRHM  (National Health Mission -राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन) और ICDS “Child Development Services (ICDS) Scheme  के अंतर्गत योजनाय।
  6. कुपोषण – जन्म से पहले एवं जन्म के बाद – कारण और संरक्षण के उपाय आदि पड़े।
  7. सामान्य बिमारियों की जानकारी – दस्त ,उल्टी ,आँखों एवं नाल का संक्रमण ,खसरा ,गलघोटू ,टिटेनस ,कालीखांसी ,TB ,निमोनियाँ पड़े।

द्वितीय खंड : सामान्य ज्ञान और तर्कशक्ति  – कुल अंक 55 (आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस ) 

  1. सामान्य ज्ञान विभागों की योजनाय –   महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाय, स्वास्थ्य विभाग की योजनाय पंचायत एवं ग्रामीण विकास की योजना ,सामाजिक न्याय विभाग की योजना ,आदिवासी बिभाग की योजना पड़े।
  2. नियम अधिनियम एवं अदिकार – बच्चों के क़ानूनी अधिकार एवं संबंधित नियम अधिनियम शिक्षा का अधिकार , महिलाओ के कानूनी अधिकार एवं संबंधित नियम अधिनियम , यौन उत्पीड़न घरेलु हिंसा ,दहेज़ प्रतिरोध। संपति का अधिकार ,बाल विवाह रोक अधिनियम ,खाद्य सुरक्षा अधिनियम।
  3. शारीरिक संरचना सामान्य ज्ञान – पाचन तंत्र , ग्रंथिया ,प्रजनन तंत्र ,किशोरावस्था विकास प्राथमिक उपचार।
  4. कम्प्यूटर सामान्य ज्ञान –  MS ऑफिस का सामान्य ज्ञान , इंटरनेट , मोबाइल  संचालन का ज्ञान।
  5. सामान्य गणित  8 वी स्तर – सामन्य अंक गणित , दशमलव ,प्रतिशत , अनुपात एवं ब्याज , आंकड़े की व्याख्या ,ग्राफ पड़ना एवं बनाना।
  6. सामान्य तर्कशक्ति –  सामान्य प्र्शन , श्रेणी , आकृति।

तृतीय खंड : प्रबंधकीय गुण  – कुल अंक 45 (आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस )

  1. संचार एवं परामर्श कौशल से संबंधित दो  अपठित गद्यांश पर आधारित प्र्शन।
  2. विकास की अवधारणा  एवं उसकी मुख्य चुनौतियाँ – पंचवर्षीय योजनाओ में विकास , समकालीन  सामाजिक चौनोतियाँ एवं सरोकार।
  3. नेतृत्व विकास – नेतृत्व क्षमता ,गुण एवं कौशल ,आंतरिक गवर्नेस – समन्वय ,समूह कार्य ,टीम वर्क।
  4. सम्प्रेषण की परिभाषा , प्रकृति ,माध्यम एवं अवरोध।
  5. सामुदायिक संगठन एवं मोबिलाइजेशन – समुदाय एवं सामुदायिक संगठन की समझ , सामुदायिक संगठन के सिद्धांत , सामुदायिक विकास एवं जान भागीदारी

चतुर्थ खंड – शिशु की प्रारंभिक देखभाल और शिक्षा कुल अंक 45 (आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस )

  1. बाल विकास का परिचय – बुनियादी अवधारणाएं, वृद्धि और विकास को परिलक्षित करने वाले सिद्धांत,विकास के महत्वपूर्ण चरण , अनुवांशिकता और पर्यावरण का बाल विकास पर प्रभाव, प्र – नेटल विकास ,प्रथम तीन वर्ष में विकास , ३से ६ वर्ष के मध्य विकास ।
  2. शाला पूर्व शिक्षा परिचय – शाला पूर्व शिक्षा अवधारणा evm औचित्य,आयु अनुरूप सीखने कि श्रेणियां और तत्व ,बच्चे के सीखने की प्रक्रिया और मानसिक शमताए, शारीरिक गत्यात्मक विकास ,संज्ञानात्मक विकास ,भाषा विकास , सामाजिक evm भावनात्मक विकास , सृजनात्मक evm सौंदर्य बोध का परिचय।
  3. विशेष आवयश्कता वाले बच्चे – बच्चे की देखभाल और संरक्षण की अवधारणा ,अनाथ बेसहारा , एडस प्रभावित बच्चो के लिए  योजनाएं,बच्चे और कानून ,एकीकृत बाल सुरक्षा योजना ।

MP आंगनवाड़ी सुपरवाइजर सिलेबस बुक लिस्ट

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मध्यप्रदेश पर्यवेक्षक महिला भर्ती सभी सब्जेक्ट कवर विनोद कुमार मीणा    Link 

यह पुस्तक उन महिला छात्रों के लिए बहुत उपयोगी है जो आगामी पर्यवेक्षक परीक्षा में उपस्थित होना चाहती हैं, पाठ्यक्रम के अनुसार, सामग्री प्रत्येक अनुभाग के बाद बिंदु, एमसीक्यू पर केंद्रित  है।

MP आंगनवाड़ी सुपरवाइजर की तैयारी कैसे करे

आंगनवाड़ी की तैयारी करने से पहले आपको इसके सिलेबस को अच्छी तरीके से पड़ लेना है उन पॉइंट को हाईलाइट कर लीजिये जो एग्जाम में ज्यादातर पूछे जाते है  अब आप सोचेंगे की वह पोंइट कैसे पता करे तो इसके लिए आप इसके पुराने  पेपर देख सकते है जितने भी पेपर है उन सबका एनालिसिस कीजिये तब आपको   समझ आजायेगा की क्या पड़ना है और क्या छोड़ना है।

1 . सिलेबस और पैटर्न पर पकड़ अच्छी हो 

सिलेबस और पैटर्न से हमे यह पता चलता है की एग्जाम की तैयारी कैसी करनी चाहिए क्योकि जो सिलेबस में दिया जाता है उससे बाहर का कुछ भी नहीं पूछा जाता। सिलेबस को आप चाहे तो प्रिंट निकलवाकर अपने टेबल पर लगा सकते है या फिर नॉट डाउन कर सकते है नॉट डाउन करना काफी अच्छा रहेगा।

2 . पुराने पेपर का एनालिसिस करना 

पुराने पपएर का जब आप एनालिसिस करते है तो इनसे हमे काफी फायदा होता है एक तरफ से देखा जाय तो यह हमे गाइडेंस का काम करते है ,हमे इनसे यह पता चलता है की आगे एग्जाम की तैयारी कैसी करनी चाहिए।

3. स्टडी मटेरियल को एकत्रित करना 

अब आपको समझ में आ ही गया होगा की सिलेबस को कैसे कवर करना है तो इसके लिए सबसे पहले आप स्टडी मटेरियल को चूस करे बहुत सी मार्किट में बेस्ट बुक अवेलबल है कोई भी अच्छी बुक खरीद लीजिये जो भी आपके नियर बाय बुक स्टोर हों या फिर आप ऑनलाइन के माध्यम से भी अपनी पढ़ाई कर सकते है आजकल हर कोई कोर्सेस को सेल कर रहा है और फ्री में विडिओ भी उपलब्ध है इंटरनेट से आपकी तैयारी बहुत अच्छे से हो जाएगी।

4 . शार्ट नोट्स बनाए

स्टडी के साथ आपको अपने शार्ट नोट्स भी तैयार करने से चाहिए ताकि एग्जाम के टाइम पर आपका फोकस हडबडाय नहीं शार्ट नोट्स होने की बजह से एग्जाम के समय आप रिविज़न कर सकते है इससे आप का समय भी बचेगा और बाकि सब्जेक्ट को भी कवर कर पाएंगे। Notes कैसे बनाते है – Upsc या Ncert जाने Best10 तरीके

5 . रिविज़न करते रहे

यह पॉइंट बहुत ही इम्पोर्टेन्ट है जो भी कैंडिडेट किसी भी एग्जाम की तैयारी कर रहे है या करने वाले है उनको यह हमेशा पता होना चाहिए की पढ़ाई के बाद रिविज़न कितना महत्वपूर्ण है। रिविज़न बार -बार करने से आप को बहुत सी चीजे जल्दी याद हो जाती है। इसलिए जो भी आप पड़ रहे है उनका रिविज़न करते रहना है।

6 . मोक टेस्ट करते रहे

जब आपका सिलेबस आधे से ज़्यादा हो जाय तब आपको बार -बार मोक टेस्ट देना है। इससे आपको यह पता चलता रहेगा की आपकी पढ़ाई कैसी चल रही है। और क्या आप से छूट रहा है इसलिए आकलन करना बहुत जरुरी है।

आशा है आंगनवाड़ी सुपरवाइजर  जानकारी आपकी तैयारी करने में मदत जरूर करेगी यदि आपका इससे रिलेटिव कोई भी डॉउट हो या कोई  क्वेरी हो तो कमेंट सेक्शन में जरुर बताय

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